दूसरे चरण में भी धीमी प्रक्रिया, अब तक 1183 अभिभावकों ने ही किया आवेदन
गाजियाबाद में निशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के दूसरे चरण में अब तक 1183 अभिभावकों ने आवेदन किया है। पिछले वर्ष की तुलना में आवेदन की संख्या कम है। शिक्षा विभाग ने नई सुविधाएं जैसे क्यूआर...
गाजियाबाद। निशुल्क शिक्षा का अधिकार अधिनियम(आरटीई)के दूसरे चरण में अब तक 1183 अभिभावकों ने आवेदन किया है। इसमें कुछ आवेदन अभी अधूरे भी हैं। अभिभावक संगठनों की मानें तो इस बार की दाखिला प्रक्रिया पिछली साल के मुकाबले भी धीमी चल रही है, जबकि इस बार शिक्षा विभाग ने तमाम सुविधाओं का दावा किया है। वहीं दूसरी तरफ अभी पहले चरण के दाखिले भी शुरू नहीं हुए हैं। जिले में एक जनवरी से आरटीई के दूसरे चरण के आवेदन शुरू हुए हैं। एक जनवरी से छह जनवरी की दोपहर तक कुल 1183 अभिभावकों ने अपने बच्चों के लिए आवेदन किया है, जो कि बीते वर्षों के मुकाबले कम ही है। गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन का कहना है कि सिर्फ कहने को शिक्षा विभाग ने अभिभावकों की सहूलियत के लिए इस बार कई नव प्रयास किए हैं। इस बार शिक्षा विभाग ने आरटीई के आवेदन के लिए क्यूआर कोड की सुविधा, मार्गदर्शन के लिए हेल्प डेस्क और जागरुकता के लिए मुख्य चौक-चौराहों पर होर्डिंग लगवाए हैं। फिर भी इस बार आवेदन कम आ रहे हैं। एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा त्यागी ने बताया कि पहले चरण में छह हजार से अधिक आवेदन हुए, जबकि बीते वर्ष सात हजार से भी अधिक आवेदन हुए। दूसरे चरण में भी आवेदन धीमे चल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पहले चरण में चयन होने वाले 3035 बच्चों के ऑफर लेटर भी अभी नहीं दिए गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव ने बताया कि अभिभावकों को लगातार जागरुक किया जा रहा है और ज्यादा से ज्यादा आवेदन करवाने के प्रयास जारी हैं। जो भी कमियां हैं उन्हें दूर किया जाएगा। पहले चरण के चयनित बच्चों बच्चों को जल्द ऑफर लेटर दे दिए जाएंगे। सभी को दाखिला दिलाया जाएगा।
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