जांच जारी रहने तक निलंबित ही रहेंगे पीयूष चौहान
गाजियाबाद में एमएमएच कॉलेज के प्राचार्य प्रो. पीयूष चौहान के खिलाफ वित्तीय अनिमियतता की जांच छह हफ्तों में पूरी करने का हाईकोर्ट का आदेश आया है। जांच पूरी होने तक उनका निलंबन बरकरार रहेगा। इस विवाद...
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गाजियाबाद। प्राचार्य की कुर्सी को लेकर चल रहे एमएमएच विवाद में हाईकोर्ट ने कॉलेज प्रबंध समिति को बड़ी राहत दी है। फैसले के मुताबिक प्रो. पीयूष चौहान के खिलाफ चल रही वित्तीय अनिमियतता की जांच छह हफ्ते में पूरी करनी होगी और जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक पीयूष चौहान का निलंबन बरकरार रहेगा। जिले के प्रतिष्ठित कॉलेज एमएमएच के निलंबित प्राचार्य प्रो. पीयूष चौहान पर वित्तीय अनिमितता के आरोप हैं। आरोपों के आधार पर ही कॉलेज की प्रबंधन समिति ने अगस्त 2024 में प्रो. पीयूष चौहान को हटाकर प्रो. संजय सिंह को कार्यभार सौंप दिया। तभी से दोनों के बीच प्राचार्य कुर्सी को लेकर विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों के बीच मामला बढ़ते-बढ़ते हाईकोर्ट तक जा पहुंचा। सभी पक्षों की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने सोमवार को अपने फैसले में कॉलेज प्रबंधन समिति को छह हफ्ते में पीयूष चौहान के खिलाफ चल रही वित्तीय गड़बड़ी जांच पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, यह भी कहा है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक प्रो. पीयूष चौहान निलंबित ही रहेंगे। यानि छह हफ्ते तक पीयूष चौहान को कोई राहत नहीं मिलने वाली।
क्या है मामलाः
बीते वर्ष जुलाई माह में कॉलेज के सहायक लेखाकार अनुज पर कुछ युवकों ने जानलेवा हमला किया था। पुलिस जांच में हमले के पीछे उस वक्त कॉलेज के प्राचार्य पीयूष चौहान की साजिश होने का खुलासा हुआ। मामले में उन पर मुकदमा भी दर्ज हुआ। कॉलेज कर्मचारियों के मुताबिक सहायक लेखाकार और पीयूष चौहान के बीच लंबे समय से वित्तीय लेनदेन की लड़ाई चल रही थी। इसी के चलते उन्होंने हमले की साजिश रची। हमले से नाराज कर्मचारी संघ ने पीयूष चौहान के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन समिति ने उन्हें निलंबित कर प्रो. संजय सिंह को कार्यभार सौंप दिया। अपने निलंबन को नियम विरुद्ध बताते हुए पीयूष चौहान ने सीसीएसयू की कुलपति से शिकायत की। कुलपति ने कॉलेज प्रबंधन समिति को पीयूष चौहान को कार्यभार सौंपने को कहा, लेकिन प्रबंधन समिति ने हाईकोर्ट में वाद दायर कर दिया। तब से लगातार कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।
कोर्ट के फैसले का सम्मान किया जाएगा। जो भी जांच होगी उसमें सहयोग करने को तैयार हूं। मुझ पर लगे सभी आरोप गलत हैं।
- प्रो. पीयूष चौहान, निलंबित प्राचार्य, एमएमएच
मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। कोर्ट के फैसले का भी सम्मान है। प्रबंधन समिति जो भी निर्देश देगी उसका पालन किया जाएगा।
- प्रो. संजय सिंह, कार्यवाहक प्राचार्य, एमएमएच
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