एक क्लिक पर संपत्तियों की जानकारी मिलेगी
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने प्रोपर्टी मेनेजमेंट सिस्टम लागू करने की योजना बनाई है। इस प्रणाली से संपत्तियों की बिक्री, खरीद, नाम दर्ज, और अन्य विवरण एक क्लिक में उपलब्ध होंगे। एचडीएफसी बैंक...
एक क्लिक पर संपत्तियों की जानकारी मिलेगी -जीडीए में प्रोपर्टी मेनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था लागू करने की कवायद तेज
-जीडीए उपाध्यक्ष के सामने प्रतिनिधियों ने दिया प्रजेंटेशन
गाजियाबाद, वरिष्ठ संवाददाता।
जीडीए में संपत्ति से जुड़े कार्यों को आसान बनाने के लिए प्रोपर्टी मेनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) की व्यवस्था लागू करने की कवायद चल रही है। इसका प्रजेंटेशन शनिवार को जीडीए में दिया गया, जिसमें संपत्तियों की बिक्री, खरीद, नाम दर्ज और अन्य संबंधित मामलों को आसान बनाने व एक क्लिक में समस्त उपलब्ध कराने के लिए तैयार किया गया है।
जीडीए सभाकक्ष में दिए गए प्रजेंटेशन में एचडीएफसी बैंक द्वारा नामित कंप्यूटर केंद्र आगरा के प्रतिनिधि जीपी अग्रवाल व उनकी टीम ने बताया कि प्रोपर्टी मेनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत विभिन्न घटकों जैसे सर्वर, बेव एप्लिकेशन, यूजर एक्सेपटेंस टेस्ट, ई-लॉटरी मेनेजमेंट सिस्टम, रजिस्ट्रेशन फार्म का प्रारूप, बैंक डिटेल्स डॉक्यूमेंटेशन, पेमेंट सिस्टम, चालान मैनेजमेंट सिस्टम, वित्तीय डेसबोर्ड इत्यादि का विस्तृत विवरण दिया गया। प्रोपर्टी मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत पहले फेस में नई सम्पत्तियों की क्रय-विक्रय, नाम दर्ज, नोड्यूज आदि को समाहित किया जाएगा। वहीं, दूसरे फेस में लीगेसी डाटा को भी सिस्टम पर अपडेड किया जाएगा। साथ ही क्लाउड कम्प्यूटिंग एक ब्लॉक चैन प्रबंधन है, इसी का उपयोग करते हुए इस सिस्टम से प्रत्येक प्रोपर्टी का एक यूनिक आईडी होगा। जिसके तहत लॉगिन आईडी के रूप में कार्य करेगा, जिसका पासवर्ड सम्पत्ति धारक (आबंटी) के पास होगा। प्राधिकरण की बेवसाईट पर लॉगिन कर सम्पत्ति धारक उस प्रोपर्टी की समस्त जानकारी जैसे मूल आबंटी सहित समस्त क्रेताओं का विवरण, भुगतान का विवरण, रजिस्ट्री, कब्जे का दिनांक, बकाया आदि प्राप्त कर सकेगा। इसके लिए प्राधिकरण में व्यक्तिगत रूप से नहीं आना पड़ेगा। इसमें ऑटोमेटिक माध्यम से पेमेंट शिड्यूल तय हो सकेगा।
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यह भी फायदा होगा
इसके अतिरिक्त पारदर्शिता एवं सुगमतापूर्वक जानकारी के साथ-साथ धोखाधड़ी से बचाव भी आबंटी व सम्पत्ति धारक को प्राप्त होगा। प्राधिकरण को सभी सम्पत्तियों का विवरण आसान एवं समयबद्ध तरीके के बिना किसी ह्यूमन इंटरफेरेंस के सम्बन्धित अधिकारी को प्राप्त हो सकेगा जिसमें सम्पत्तियों का निस्तारण, भुगतान से प्राप्त धनराशि, रिशिड्यूलिंग ऑफ पेमेंट, नोड्यूज, अनिस्तारित सम्पत्ति व अन्य समस्त रिकॉर्ड की निगरानी आसानी से ऑनलाइन माध्यम से की जा सकेगी। इस प्रजेंटेशन को देखने के बाद जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने का अध्ययन करने के बाद उसे आगामी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।
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