पैन कार्ड का दुरुपयोग कर साढ़े 37 करोड़ के कारोबार का आरोप
गाजियाबाद में एक कंपनी के कर्मचारी के पैन कार्ड का दुरुपयोग कर 37.5 करोड़ रुपये का कारोबार करने का मामला सामने आया है। कर्मचारी के पिता ने कोर्ट के आदेश पर 12 फर्मों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।...
गाजियाबाद। कविनगर थानाक्षेत्र में कंपनी कर्मी के पैनकार्ड का दुरुपयोग कर जीएसटी पंजीकरण कराकर साढ़े 37 करोड़ रुपये का कारोबार करने का मामला सामने आया है। मेल पर मैसेज आने पर पीड़ित को फर्जीवाड़े का पता चला। फर्जीवाड़े के संबंध में कंपनी कर्मी के पिता ने कोर्ट के आदेश पर कविनगर थाने में 12 फर्म और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। आरडीसी राजनगर में रहने वाले अंबरीष त्यागी का कहना है कि उनका बेटा ईश त्यागी वर्ष 2022 तक अध्ययनरत रहा। उसने तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली से एमबीए की और पढ़ाई के बाद से एक मल्टी नेशनल कंपनी में नौकरी करता आ रहा है। नौकरी में आने के बाद उनके बेटे ने अपना पैन नंबर आयकर विभाग के पोर्टल पर पंजीकृत किया था। कुछ समय पहले उनके बेटे की ईमेल आईडी पर नोटिस आने शुरू हो गए, जिससे पता चला कि उनके बेटे के पैन नंबर पर वर्ष 2019 से तीन जीएसटी पंजीकृत हैं। तीनों जीएसटी नंबर नरेला दिल्ली, आरडीसी राजनगर तथा सिकंदर आगरा स्थित फर्मों के हैं।
अंबरीष त्यागी का कहना है कि वह मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके बेटे ने आज तक कोई व्यापारिक गतिविधि नहीं की है। उनके बेटे ने किसी भी राज्य में अपना पैन कार्ड जीएसटी में पंजीकृत नहीं कराया है। इसके बावजूद तीनों जीएसटी नंबर पर अब तक कुल 37 करोड़ 51 लाख रुपये का कारोबार किया गया। इतना ही नहीं, जालसाजों ने उनके बेटे के पैन नंबर पर टीडीएस भी जमा किया जबकि उनके बेटे ने कोई व्यापारिक भुगतान प्राप्त भी नहीं किया है। अंबरीष त्यागी के मुताबिक उन्होंने संबंधित विभाग में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थक-हारकर कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर 12 फर्मों और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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