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फर्जी गेमिंग ऐप के जरिये हेड कांस्टेबल के बेटे से दस लाख ठगे

गाजियाबाद में साइबर ठगों ने एक हेड कांस्टेबल के बेटे से फर्जी गेमिंग ऐप के जरिए 10 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने एपीके फाइल का लिंक भेजा, जिसे क्लिक करने पर मोबाइल का एक्सेस ले लिया। हेड कांस्टेबल ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, गाज़ियाबादFri, 4 April 2025 09:05 PM
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फर्जी गेमिंग ऐप के जरिये हेड कांस्टेबल के बेटे से दस लाख ठगे

गाजियाबाद। साइबर ठगों ने फर्जी गेमिंग ऐप के जरिये हेड कांस्टेबल के बेटे से दस लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने ये रकम 11 खातों में ट्रांसफर कराई। आरोप है कि शातिरों ने फर्जी गेमिंग ऐप की एपीके फाइल का लिंक भेजा, जिसपर क्लिक करने के बाद मोबाइल का एक्सीस ले लिया। इस मामले में हेड कांस्टेबल ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस के अनुसार, कोतवाली क्षेत्र के सराय नजर अली में रहने वाले हेड कांस्टेबल मोहम्मद हसमुद्दीन बुलंदशहर में तैनात हैं। उन्होंने शिकायत दी है कि उनके बेटे के मोबाइल पर ऑनलाइन गेमिंग ऐप की एक फाइल आई। शातिरों ने ऐप इंस्टॉल कराकर बैंक डिटेल लेकर खाते से रकम निकाल ली। ड्यूटी से छुट्टी मिलने के बाद जब वह घर गए और बैंक खाता चेक किया तो उसमें रकम नहीं मिली। बैंक खाता बेटा इस्तेमाल कर रहा था। उससे जानकारी कि तो उसने डरते हुए आपबीती बताई। बेटे ने बताया कि तीन-चार महीने पहले उसके पास किसी अनजान व्यक्ति का फोन आया था। फोन करने वाले ने उसे लिंक भेजकर एपीके फाइल भेजी और ऐप डाउनलोड कराने के बाद करीब दस लाख रुपये निकाल लिए। एडीसीपी अपराध पीयूष सिंह ने बताया कि ठगी गई रकम किन खातों में गए है, उसकी जानकारी की जा रही है। ताकि उसे फ्रीज कराया जा सके।

एक महिला से 58 हजार ठगे

साइबर ठगों ने सदरपुर में रहने वाली रामकुमार से 2.34 लाख रुपये और नंदग्राम निवासी रिचा दुआ के खाते से 58 हजार रुपये निकाल लिए। इसकी जानकारी उन्हें बैंक स्टेटमेंट निकलवाने पर मिली। दोनों ने पुलिस से शिकायत कर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस के अनुसार, रामकुमार का खाता गोविंदपुरम के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है। उन्होंने शिकायत दी है कि किसी ने उनके खाते से 2.34 लाख रुपये निकाल लिए। जरुरत पड़ने पर कुछ रुपये निकालने बैंक पहुंचे तो बैंक अधिकारी ने बैलेंस कम होने की बात कहकर रुपये देने से मना कर दिया। पासबुक प्रिंट कराया तो धोखाधड़ी का पता चला। एसीपी कविनगर स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है ताकि ठगी गई रकम वापस दिलाई जा सके। वहीं, राजनगर रेजीडेंसी में रहने वाली रिचा दुआ के बैंक खाते से ठगों ने 58 हजार रुपये निकाल लिए। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा का कहना है कि ठगी गई रकम को फ्रीज कराकर वापस कराने का प्रयास है।

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