एलएलबी में 577 और बीए एलएलबी में 720 सीटें रह गईं खाली
- जिले के एकमात्र राजकीय कॉलेज में एमएमएच में भी एक सीट शेष -
- जिले के एकमात्र राजकीय कॉलेज में एमएमएच में भी एक सीट शेष - दाखिलों के अंतिम दिन भी नहीं भर सकीं सीटें, विश्वविद्यालय दे सकता है एक और मौका
गाजियाबाद, कार्यालय संवाददाता। दूसरी ओपन मेरिट के अंतिम भी एलएलबी और बीए एलएलबी की सीटें फुल नहीं हो सकीं। एलएलबी में जहां 12 फीसदी(577) सीटें खाली रह गई हैं। वहीं बीए एलएलबी में 24.74 फीसदी (720) सीटें अभी भी बची हैं। एलएलबी कराने वाले जिले के एकमात्र कॉलेज एमएमएच में एक सीट शेष है।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध जिले के कॉलेजों में दूसरी ओपन मेरिट की दाखिला प्रक्रिया बुधवार को समाप्त हो गई। ओपन मेरिट में खाली सीटों पर कई गुना आवेदन के बाद भी सीटें नहीं भर सकीं। एलएलबी में 12 फीसदी सीटें अभी भी बची हुई हैं। जिले के 29 कॉलेजों में तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम की कुल 4,860 सीटें हैं, इनमें से 577 सीटें खाली रह गई हैं। एमएमएच कॉलेज जिले का एकमात्र राजकीय डिग्री कॉलेज हैं जहां एलएलबी की पढ़ाई होती है। यहां एलएलबी की कुल 120 सीटें हैं जिन पर हर साल कई गुना तक आवेदन होते हैं। इस वर्ष भी लगभग 17 गुना आवेदन हुए, बावजूद इसके एमएमएच में एक सीट शेष है। इसके अलावा सात कॉलेजों में सभी सीटें भर गई हैं, जबकि छह कॉलेज ऐसे हैं जहां केवल एक सीट ही बची है। गौरतलब है कि एलएलबी की खाली सीटों पर दाखिले के लिए यह दूसरी और अंतिम ओपन मेरिट थी। विश्वविद्यालय ने सभी कॉलेजों को हर हाल में बुधवार तक सभी सीटों पर दाखिले कर प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए थे। अब एलएलबी और बीए एलएलबी दोनों को मिलाकर कुल 1297 सीटें शेष हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय दाखिले की तिथि बढ़ा सकता है।
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बीए एलएलबी में 24.75 फीसदी सीट रह गईं खालीः
पांच वर्षीय बीए एलएलबी कोर्स में सबसे तेजी से सीट भरने के बावजूद भी 24.75 फीसदी सीटें खाली रह गईं हैं। सिर्फ चार कॉलेज ऐसे हैं जहां 100 फीसदी दाखिले हुए हैं, जबकि चार कॉलेजों में 10 से कम सीटें बची हैं। बता दें कि मंगलवार को बीए एलएलबी की 735 सीटें शेष थीं। बुधवार को केवल 15 दाखिले ही हो सके। इसके बाद अब 720 सीटें शेष हैं। जिले के 22 कॉलेजों में बीए एलएलबी की कुल 2909 सीटें हैं।
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