गाजियाबाद में इन इलाकों की होगी बल्ले-बल्ले, नए साल से लागू होगा नया मास्टर प्लान; रोजगार भी बढ़ेगा
गाजियाबाद में नए साल से नया मास्टर प्लान 2031 लागू हो जाएगा। इसकी तैयारी शासन स्तर पर चल रही है। जीडीए अधिकारियों का कहना है कि 31 दिसंबर 2024 को वर्तमान मास्टर प्लान की समयसीमा खत्म हो जाएगी। ऐसे में दिसंबर महीने में ही नई महायोजना 2031 लागू होगी।
गाजियाबाद में नए साल से नया मास्टर प्लान 2031 लागू हो जाएगा। इसकी तैयारी शासन स्तर पर चल रही है। जीडीए अधिकारियों का कहना है कि 31 दिसंबर 2024 को वर्तमान मास्टर प्लान की समयसीमा खत्म हो जाएगी। ऐसे में दिसंबर महीने में ही नई महायोजना 2031 लागू होगी।
गाजियाबाद का पहली बार जियोग्राफिक इंफोरमेशन सिस्टम (जीआईएस) बेस्ड केंद्रीयकृत मास्टर प्लान-2031 तैयार किया गया है। इसे तैयार करने की प्रक्रिया वर्ष 2018 से शुरू कर दी गई थी। केंद्र सरकार की एजेंसी डीडीएफ कंसल्टेंट ने इसे तैयार किया है। अब मास्टर प्लान 2031 शासकीय समिति के पास है, जो इसे वैरिफाई कर रही है।
जीडीए अधिकारी बताते हैं कि शासकीय समिति ने मास्टर प्लान में जो संशोधन कराए थे, उन्हें कर दिया गया है। साथ ही विस्तृत जानकारी भी भेजी जा चुकी है। ऐसे में अब दिसंबर में मास्टर प्लान की प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने हो सकती है, जिसके बाद इसे लागू किया जाएगा। अधिकारी बताते हैं कि 31 दिसंबर 2024 को वर्तमान मास्टर प्लान की समयसीमा खत्म हो रही है। ऐसे में नए मास्टर प्लान को लागू करने की प्रक्रिया दिसंबर महीने में पूरी करनी होगा, ताकि नए साल से इसे लागू किया जा सके। इसके बाद शहर के विकास की रफ्तार बढ़ने की संभावना है।
जीडीए का क्षेत्रफल बढ़ जाएगा
नया मास्टर प्लान लागू होने से गाजियाबाद, डासना, मुरादनगर, मोदीनगर और लोनी क्षेत्र में करीब 130 हेक्टेयर जमीन का भू-उपयोग बदल जाएगा। इसमें गाजियाबाद, डासना में 50 हेक्टेयर, मोदीनगर, मुरादनगर में 60 हेक्टेयर, लोनी में 20 हेक्टेयर जमीन का भू-उपयोग बदल जाएगा।
निवेश बढ़ेगा, रोजगार के अवसर मिलेंगे
मास्टर प्लान 2031 लागू होने से जनपद में निवेश बढ़ेगा। नए मास्टर प्लान में रियल एस्टेट सेक्टर के लिए संभावनाएं सबसे अधिक है। साथ ही उद्यम स्थापित हो सकेंगे। इसके साथ ही अन्य कई क्षेत्रों में निवेश के रास्ते होगा, जिससे जनपद में रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। युवाओं को यहीं रोजगार मिल सकेगा।
टीओडी जोन भी शामिल किया
मुख्य रूप से मेट्रो रेड व ब्लू लाइन के किनारे टीओडी जोन घोषित करते हुए उसे मास्टर प्लान 2031 में शामिल कर दिया है। अब मेट्रो कॉरिडोर के दोनों ओर टीओडी जोन की सुविधा मिल सकेगी। इन रूट के दोनों ओर 500-500 मीटर तक मिश्रित भू-उपयोग करते हुए पांच फ्लोर एरिया रेश्यो (एफएआर) दिया जा सकेगा। एक भूखंड पर आवासीय व व्यवसायिक गतिविधियां हो सकेंगी। साथ ही अन्य संशोधन भी किए गए हैं। इसमें रेडलाइन के साथ 482.63 हेक्टेयर और ब्लू लाइन के साथ 153.98 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल हैं।
जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा, ''जीडीए ने मास्टर प्लान 2031 शासन को भेज दिया है। अब शासन स्तर से ही आगे की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि वर्तमान मास्टर प्लान की समयसीमा 31 दिसंबर 2024 को खत्म हो रही है। ऐसे में नए साल में नया मास्टर प्लान लागू होने की पूरी संभावना है।''