जान से खिलवाड़,गाजियाबाद में बिना रजिस्ट्रेशन चल रहीं तीन हजार से अधिक लिफ्ट
इस हिसाब से अभी भी 3100 लिफ्ट हैं जो बिना पंजीकरण ही संचालित हो रही हैं,जो कि लोगों की सुरक्षा के लिहाज से बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं, क्योंकि इनमें बड़ी संख्या में ऐसी लिफ्ट हैं जो बिना मानक पूरे किए ही संचालित हो रही हैं।

एक महीना पहले चेतावनी देने के बावजूद जिले में अभी भी बिना पंजीकरण के तीन हजार से अधिक लिफ्टों का संचालन हो रहा है। लिफ्ट का पंजीकरण होना लोगों की सुरक्षा के लिहाज से बहुत ही जरूरी है,बावजूद इसके संस्थान इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। जिले में मॉल,होटल,शैक्षणिक संस्थान और सोसाइटी समेत विभिन्न संस्थानों में पांच हजार से अधिक लिफ्टों का संचालन हो रहा है। इनमें से अब तक केवल 1900 लिफ्ट ही पंजीकृत हो सकी हैं।
इस हिसाब से अभी भी 3100 लिफ्ट हैं जो बिना पंजीकरण ही संचालित हो रही हैं,जो कि लोगों की सुरक्षा के लिहाज से बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं, क्योंकि इनमें बड़ी संख्या में ऐसी लिफ्ट हैं जो बिना मानक पूरे किए ही संचालित हो रही हैं। कई लिफ्ट तो ऐसी हैं जिनका सालों से मेंटनेंस नहीं हुआ है। यह हालात तब हैं अंतिम तिथि 31 मार्च को खत्म होने के बाद विभाग सभी को जल्द पंजीकरण का अल्टीमेटम दे चुका है। विद्युत सुरक्षा विभाग लगातार जागरूक कर रहा है और यह भी बता रहा है कि अगर जल्द पंजीकरण नहीं कराया तो भारी जुर्माना देना होगा।
सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा सौरभ कुमार सिंह ने बताया कि 31 मार्च को समयसीमा खत्म होने के बाद शासन ने तिथि बढ़ाने का कोई आदेश नहीं दिया है, लेकिन पोर्टल में दिक्कत के चलते अग्रिम आदेशों तक जुर्माने की कार्रवाई को फिलहाल रोक दिया है। ऐसे में एओए,आरडब्ल्यूए,बिल्डर समेत सभी लिफ्ट संचालकों के पास मौका है। इसके बाद जब भी आदेश होंगे सीधा कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि एक महीने के भीतर तकरीबन 250 सोसाइटी और संस्थानों को नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें लगभग 150 सोसाइटी शामिल हैं।