इंस्टाग्राम पर फ्रेंड बन छात्रा को किया अगवा, 5 लाख की मांगी फिरौती; गाजियाबाद में दगाबाज दोस्त की करतूत
गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थानाक्षेत्र में रहने वाली एक नाबालिग छात्रा से एक युवक ने पहले सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती की और फिर उसे बहाने से मिलने बुलाकर अपहरण कर लिया। इसके बाद आरोपी ने छात्रा के परिजनों को फोन कर 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थानाक्षेत्र में रहने वाली एक नाबालिग छात्रा से एक युवक ने पहले सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती की और फिर उसे बहाने से मिलने बुलाकर अपहरण कर लिया। इसके बाद आरोपी ने छात्रा के परिजनों को फोन कर 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी। लड़की के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छात्रा को सोमवार रात बरामद कर लिया। आरोपी युवक और उसके नाबालिग साथी को भी दबोच लिया गया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी पहले भी इस प्रकार की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। शालीमार गार्डन क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति की बेटी 11वीं क्लास में पढ़ती है। छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया कि रविवार को उनकी बेटी पास की दुकान पर सामान लेने गई थी, लेकिन काफी देर तक वापस नहीं लौटी। परिवारवालों ने आसपास उसकी तलाश की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इस दौरान उनके पास रात करीब 8 बजे आरोपी की कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा, ‘तुम्हारी बेटी हमारे कब्जे में है, तुम हमें 5 लाख रुपये दोगे, तब हम तुम्हारी बेटी को छोड़ेंगे’।
उसने कहा, ‘अगर 5 लाख रुपये नहीं दिए और पुलिस में सूचना दी तो बेटी को जान से मार देंगे’। बेटी के अगवा होने और 5 लाख की फिरौती मांगने का फोन आते ही परिवार घबरा गया और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना देकर बेटी को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाने की गुहार लगाई।
डीसीपी ट्रांस हिंडन जोन निमिष पाटील ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस की टीमों का गठन किया गया।
पुलिस की टीमों ने सर्विलांस और मैनुअल इनपुट की मदद से सोमवार को लोहिया पार्क राजेंद्र नगर के सामने खाली पड़े बीएसएनएल के मकान से आरोपी कुनाल शर्मा निवासी शालीमार गार्डन को गिरफ्तार कर लिया। कुनाल के साथ उसके एक नाबालिग साथी को भी पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस टीम ने दोनों के कब्जे से अगवा की गई छात्रा को सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
लड़कियों को करता था ब्लैकमेल
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी कुनाल ने बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिये भोली-भाली और कम उम्र की लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था और फिर ब्लैकमेल कर समय-समय पर पैसे और जेवरात मंगाता रहता था। मंगाए गए पैसों और जेवरात बेचकर वह अपने शौक पूरे करता है। उसने 11वीं की छात्रा से करीब 3 महीने पहले इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी। छात्रा से दोस्ती के बाद उसे प्रेम जाल में फंसाया और इसके घर से पैसे और लगभग पांच लाख रुपये के जेवरात मंगा चुका था। बाद में पैसे और जेवरात नहीं मिलने पर आरोपी ने अपने नाबालिग साथी के साथ मिलकर छात्रा को अगवा करने और फिरौती मांगने का प्लान बनाया। योजना के अनुसार आरोपी ने छात्रा को धोखे से मिलने के बहाने बुलाया। वह उसे अगवा कर दिल्ली सीमा में ले गया था और वहां एक पार्क से फोन किया था।
छात्रा के घर के पास ही रहता है नाबालिग आरोपी
शालीमार गार्डन पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी के सहयोगी नाबालिग का घर छात्रा के घर के पास में ही है। आरोपी युवक छात्रा को कई बार मिलने के लिए अलग-अलग स्थान पर बुला चुका था। जब आरोपी को भरोसा हो गया कि छात्रा उसकी किसी भी बात से इनकार नहीं करेगी तो उसने अपने मंसूबों को अंजाम देते हुए उससे नकदी और जेवरात मंगा लिए। पुलिस का मानना है कि यदि छात्रा आगे भी जेवरात लाकर देती रहती तो शायद आरोपी उसका अपहरण नहीं करता।
दोस्त से सीखा था फंसाने का तरीका
पूछताछ में आरोपी कुनाल ने बताया कि उसके दोस्त ने किशोरियों को फंसाने का तरीका उसे सिखाया था। वह अपने साथियों के साथ मिलकर किशोरियों को अपने जाल में फंसाता है। अब तक वह कई किशोरियो को फंसा चुका है। आरोपी ने बताया कि उसका साथी तरुण भी कुछ दिन पूर्व इसी प्रकार की घटना में गिरफ्तार हुआ था। उसने भी एक छात्रा को फंसाकर कई लाख रुपये के जेवरात हड़प लिए थे। कुनाल के माता पिता नहीं हैं। वह अकेला ही रहता है। पकड़े गए नाबालिग दोस्त ने जल्द ज्यादा पैसे कमाने के लालच में उसका साथ दिया। पुलिस की मानें तो इनके साथ एक युवक और है, जिसकी तलाश की जा रही है।