गाजियाबाद में लाठीचार्ज से भड़के वकीलों का प्रदर्शन जारी, जिला जज का पुतला दहन कर ब्लॉक किया हापुड़ रोड; भारी जाम
जाम को देखते हुए पुलिस को कलेक्ट्रेट के सामने से गुजरने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा। इस दौरान हुई झड़प में दर्जनभर से अधिक अधिवक्ता घायल हो गए थे।
गाजियाबाद में वकीलों पर हुए लाठी चार्ज वाले मामले पर वकीलों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। वकील पिछले 11 दिनों से हड़ताल पर है। आज जिला जज का पुतला दहन करते हुए वकीलों ने हापुड रोड 2 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया। इस कारण शहर में जाम की स्थिति बनी हुई है। अधिवक्ताओं ने आज लगातार दूसरे दिन गाजियाबाद कचहरी के सामने हापुड़ रोड पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। इससे हापुर रोड अंबेडकर रोड और सहायक मार्गों पर जाम लग गया।
जाम को देखते हुए पुलिस को कलेक्ट्रेट के सामने से गुजरने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा। जानकारी के मुताबिक वकील करीब 12 बजे हापुड़ रोड पर आए जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने चुंगी, पुराने बस अड्डे और नए बस अड्डे से गाड़ियों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हुई। बताया जा रहा है कि वकीलों का धरना 2 बजे तक जारी रहेगा। वकीलों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
बता दें, गाजियाबाद बार एसोसिएशनों के अधिवक्ताओं ने हड़ताल की शुरुआत करते हुए जिला जज का निलंबन और स्थानांतरण होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया था। गाजियाबाद की एक अदालत में 29 अक्टूबर को उस समय वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई थी, जब जिला जज अनिल कुमार ने प्रदर्शनकारी वकीलों के एक समूह को कोर्ट रूम से हटाने के लिए पुलिसकर्मियों को बुलाया था। इस दौरान हुई झड़प में दर्जनभर से अधिक अधिवक्ता घायल हो गए थे।
क्या है वकीलों की मांग ?
धरने पर बैठे अधिवक्ताओं ने न्यायाधीश कुमार को निलंबित कर गाजियाबाद से ट्रांसफर करने, दोषी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों का तत्काल ट्रांसफर करने, लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी गठित करने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि मांगे नहीं माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी।
भाषा से इनपुट