गाजियाबाद में क्यों हुआ इतना बड़ा बुलडोजर ऐक्शन, जिसका दिल्लीवालों को भी डर दिखा रहे केजरीवाल
गाजियाबाद में दो दिन तक एक बड़ा बुलडोजर ऐक्शन हुआ है, जिसकी चर्चा दिल्ली तक होने लगी है। आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने चुनाव के बीच दिल्लीवालों को इसका डर दिखाने की कोशिश की है।
गाजियाबाद में दो दिन तक एक बड़ा बुलडोजर ऐक्शन हुआ है, जिसकी चर्चा दिल्ली तक होने लगी है। आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने चुनाव के बीच दिल्लीवालों को इसका डर दिखाने की कोशिश की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने बुलडोजर ऐक्शन का वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि भाजपा चुनाव बाद दिल्ली में भी यही करेगी। हालांकि, इस बुलडोजर ऐक्शन का सच कुछ अलग है।
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक्स पर लिखा, 'बीजेपी गरीबों की दुश्मन है। उन्हें बस गरीबों के वोट चाहिए। वोट मिलते ही गरीबों के घर उजाड़ देते हैं ये लोग। गाजियाबाद में उन्होंने यही किया। दिल्ली में भी ये लोग यही करना चाहते हैं, गलती से भी इन्हें वोट मत देना।' पूर्व सीएम ने इस बुलोडजर ऐक्शन से अपने उन आरोपों को मजबूत करने की कोशिश की जिसके तहत वह दिल्ली के झुग्गीवासियों से कह रहे हैं कि भाजपा की सरकार बनी तो मकान देने की बजाय उनकी झुग्गियों को तोड़कर बेघर कर दिया जाएगा। दिल्ली में चुनाव में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले वोटर्स एक बड़ा फैक्टर हैं। भाजपा जहां झुग्गी वहां मकान का दावा कर रही है तो केजरीवाल झुग्गियों को तोड़ने की साजिश का आरोप लगा रहे हैं।
सेना ने खाली कराई अपनी जमीन
दरअसल, गाजियाबाद में जो कार्रवाई हुई है उसे उत्तर प्रदेश सरकार या नगर निगम की ओर ओर से नहीं अंजाम दिया गया है, जिसमें भाजपा का शासन है। सच यह है कि विजयनगर में जिस 55 एकड़ की जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है वह सेना की जमीन है और यह ऐक्शन भी रक्षा संपदा विभाग की ओर से लिया गया है। रक्षा संपदा कार्यालय की टीम ने भारी पुलिस मुस्तैदी के बीच लगातार दो दिन तक बुलडोजर से अभियान चलाया।
1200, झुग्गियां, 250 पक्के मकान बनाए गए थे सेना की जमीन पर
लोग अतिक्रमण हटाने का विरोध न कर सके,इसे ध्यान में रखते हुए क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील किया गया। दोपहर करीब दो बजे तक ज्यादातर झुग्गी और झोपड़ी हटा दी गई थी। इसके बाद चार बुलडोजर की मदद से पक्के मकान तोड़ने शुरू किए। वहां छोटे करीब 300 पक्के मकान बने थे। मकान तोड़ने के लिए चार बुलडोजर लगाए। इनमें से एक बुलडोजर खराब हो गया। इसके बाद अन्य बुलडोजर से मकान ध्वस्त किए। रक्षा संपदा कार्यालय के एसडीओ वीके गुप्ता ने बताया कि अभियान के दूसरे दिन बड़ी संख्या में मकान ध्वस्त किए गए। उन्होंने बताया सभी 1200 झुग्गी झोपड़ी हटवा दी हैं। 250 पक्के मकान ध्वस्त करा दिए गए।उन्होंने बताया कि ज्यादातर जमीन खाली करा ली गई है। जमीन की नियमित रूप से निगरानी कराई जाएगी।
सेना के लिए फायरिंग रेंज बनाने का प्रस्ताव
रक्षा संपदा कार्यालय के एसडीओ वीके गुप्ता ने बताया कि सेना के अभिलेख में जमीन पर फायरिंग रेंज बनाने का प्रस्ताव दर्ज है। उन्होंने बताया कि जमीन खाली कराने के बाद फिर से झुग्गी न बस सकें, इसकी योजना बनाई जा रही। सेना की जमीन पर कबाड़ के गोदाम और डेयरी चली रही थी। गोदाम बनाने के लिए एक बड़े हिस्से को घेर लिया था। इसमें प्लास्टिक और पॉलीथिन रखी थी। डेयरी संचालक गोबर भी सेना की जमीन पर एकत्रित कर गंदगी फैला रहे थे।