गंगा एक्सप्रेसवे टू जेवर एयरपोर्ट तक बनेगी 74.3 KM लंबा लिंक रोड, NCR के 54 गांवों की जाएगी जमीन
यूपीडा ने 74.3 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट तैयार कर लिया है। यमुना प्राधिकरण ने यूपीडा को अधिसूचित क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण के लिए एनओसी भी जारी कर दी है। लिंक एक्सप्रेसवे 54 गांवों की जमीन पर बनेगा।

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने 74.3 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट तैयार कर लिया है। यमुना प्राधिकरण ने यूपीडा को अधिसूचित क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण के लिए अनापत्ति पत्र (एनओसी) भी जारी कर दिया है। लिंक एक्सप्रेसवे 54 गांवों की जमीन पर बनेगा। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का रास्ता साफ हो गया।
प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे बनना है। यह 120 मीटर चौड़ा लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे पर 44.3 किलोमीटर यानी बुलंदशहर के सियाना क्षेत्र से शुरू होगा।
यमुना एक्सप्रेसवे के 24.8 किलोमीटर यानी सेक्टर-21 फिल्म सिटी के पास आकर जुड़ेगा। खास बात यह है कि लिंक एक्सप्रेसवे अब यमुना सिटी के किसी भी सेक्टर को काटकर नहीं जाएगा, पहले यह सेक्टरों के बीच से गुजर रहा था। पहले इसकी लंबाई 83 किलोमीटर थी, अब इसका दोबारा से एलाइनमेंट तैयार हुआ है। सेक्टरों को बचाते हुए इसे सेक्टर-21 में जोड़ने की योजना बनाई गई है। लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कुल 54 गांवों की भूमि पर होगा। इनमें गौतमबुद्धनगर के नौ गांव और बुलंदशहर के 45 गांव हैं। इनमें 13 गांव खुर्जा तहसील के हैं, बाकी बुलंदशहर, सियाना और शिकारपुर तहसील के रहेंगे। जल्द ही यूपीडा गौतमबुद्ध नगर के इन नौ गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके लिए प्राधिकरण की ओर से हरी झंडी मिल गई है। इस परियोजना पर करीब 4000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बुलंदशहर में बनेगा औद्योगिक क्लस्टर : गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले नए लिंक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ किनारे पर बुलंदशहर में औद्योगिक क्लस्टर भी विकसित होगा। इससे नई औद्योगिक इकाइयों को भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। एयरपोर्ट, चोला रेलवे स्टेशन व एक्सप्रेसवे की नजदीकी के कारण यहां निवेशकों और निर्यातकों को काफी सहूलियत होगी और यहां औद्योगिक व आर्थिक गतिविधियां भी तेज होंगी। इसके लिए 13 स्थान चिह्नित भी कर लिए गए हैं।
दिल्ली-मुंबई और आगरा तक राह आसान होगी
मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे के यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से ग्रेटर नोएडा तक की राह आसान हो जाएगी। साथ ही देश-विदेश से आने वाले यात्रियों को इस एक्सप्रेसवे के जरिये मेरठ से प्रयागराज तक भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ने पर गंगा एक्सप्रेसवे की उपयोगिता और बढ़ जाएगी। इसके अलावा लिंक एक्सप्रेसवे का यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टर 28, 29, 32, 33 से भी सीधा जुड़ाव होगा, जिससे कार्गो के वाहनों को एयरपोर्ट तक पहुंचने या इससे जुड़े किसी भी रूट पर पहुंचना आसान हो जाएगा। इसके साथ ही लिंक एक्सप्रेसवे को एनएच 34 से भी जोड़ा जा सकता है, हालांकि अभी इसे लेकर कोई कार्य योजना तैयार नहीं है।
अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण, ''गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट तैयार हो गया है। इसके बनने के बाद एयरपोर्ट की मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी में एक और कड़ी जुड़ जाएगी।''