दिल्ली में बंदूक की नोंक पर जूते चटवाए, नाबालिग का किया उत्पीड़न; वृंदावन से 4 दरिंदे गिरफ्तार
दिल्ली के जहांगीरपुरी में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है। यहां बंदूक की नोक पर 17 साल के एक लड़के को अपने जूते चाटने के लिए मजबूर करने और फिर कथित तौर पर किशोर का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है। यहां बंदूक की नोक पर 17 साल के एक लड़के को अपने जूते चाटने के लिए मजबूर करने और फिर कथित तौर पर किशोर का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया था जिसे बाद में सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किशोर को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वह आरोपियों में से एक के राइवल (प्रतिद्वंद्वी) का रिश्तेदार है। उन्होंने कहा कि चारों लोगों ने एक घटिया विचार का पालन किया- कि इस हमले से प्रतिद्वंद्वी का अपमानित होगा और उन्हें क्षेत्र में अपना सिक्का स्थापित करने में मदद मिलेगी। घटना चार सितंबर को घटी थी, लेकिन पीड़ित ने 17 सितंबर को पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई क्योंकि वह मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने से डर रहा था।
अधिकारियों ने कहा कि चारों आरोपियों को मंगलवार को उत्तर प्रदेश के वृंदावन से गिरफ्तार किया गया। डिप्टी पुलिस कमिश्नर (अपराध) सतीश कुमार ने कहा कि आरोपियों की पहचान 38 साल के हरीश भाटिया, 37 साल के पंकज उर्फ माया, 25 साल के अभिषेक कुमार उर्फ अमन और 22 साल के आर्यन कुमार उर्फ मन्नू के रूप में हुई है। डीसीपी कुमार ने कहा कि सभी आरोपी पहले से आपराधिक घटनाओं में संलिप्त हैं और जेल में बंद गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के साथी हैं। उन्होंने घटना में जातिगत पहलू की संभावना से इनकार किया।
जहांगीरपुरी निवासी किशोर ने अपनी शिकायत में कहा कि 4 सितंबर की रात को वह घर लौट रहा था, तभी उसे चार आरोपियों ने रोक लिया। मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया, 'चारों ने कथित तौर पर किशोर की पिटाई की, उसे लात-घूंसों से पीटा और फिर बंदूक की नोक पर उसे अपने जूते चाटने के लिए मजबूर किया। इसके बाद उन्होंने लड़के को अपमानित करने के लिए उसका यौन उत्पीड़न किया और अपने फोन पर इस कृत्य का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।'
पीड़िता की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत जहांगीरपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान टेक्निकल और ह्यूमन इंटेलिजेंस के जरिए पुलिस को पता चला कि आरोपी वृंदावन में छिपे हुए हैं और अपने रहने के लिए पैसे का इंतजाम करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और मंगलवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।