पुलिस नहीं आर्मी को कमान, दिल्ली के इस इलाके की नए साल से पूर्व सैनिक करेंगे सुरक्षा; क्या वजह
दिल्ली के सब-सिटी नरेला में लोगों की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ावा देने के लिए, दिल्ली पुलिस ने एक जनवरी, 2025 से डीडीए फ्लैटों में सुरक्षा अधिकारियों के तौर पर 500 पूर्व सैन्य अधिकारियों की तैनाती की घोषणा की है।
दिल्ली के सब-सिटी नरेला में लोगों की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ावा देने के लिए, दिल्ली पुलिस ने एक जनवरी, 2025 से डीडीए फ्लैटों में सुरक्षा अधिकारियों के तौर पर 500 पूर्व सैन्य अधिकारियों की तैनाती की घोषणा की है। पुलिस ने कहा कि तैनाती योजना को अंतिम रूप देने के लिए पुलिस और कर्नल सुधांशु शर्मा के बीच एक विस्तृत बैठक हुई। यह कदम नरेला में सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष एक्शन प्लान का हिस्सा है।
टीओआई के अनुसार, डीसीपी (आउटर नॉर्थ) निधिन वलसन ने कहा कि पूर्व सैन्य अधिकारियों की तैनाती से नरेला के डीडीए फ्लैट्स के निवासियों को सुरक्षा का एक नया लेवल मिलने की उम्मीद है। अपने समृद्ध अनुभव और कौशल के साथ अधिकारी क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होंगे। नरेला के निवासियों ने इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने इस पहल के लिए राहत और आभार व्यक्त किया है। एक निवासी ने कहा, 'हम अपने सुरक्षा अधिकारियों के रूप में पूर्व सैन्य अधिकारियों को पाकर उत्साहित हैं। उनकी उपस्थिति निश्चित रूप से हमें अधिक सुरक्षित महसूस कराएगी।'
इस तैनाती को नरेला में रहने वालों के लिए अधिक संरक्षित और सुरक्षित स्थान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। पूर्व सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में इलाके के लोग ज्यादा शांतिपूर्ण और सुरक्षित नए साल की उम्मीद कर सकते हैं। इससे पहले 12 दिसंबर को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नरेला सब सिटी में सुरक्षा और नागरिक बुनियादी ढांचे के लिए विशेष कदम उठाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने डीडीए, दिल्ली पुलिस, नगर निगम और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उपराज्यपाल ने डीडीए की आवासीय सोसायटियों की सुरक्षा के लिए 500 पूर्व सैनिकों की तैनाती और पीसीआर वैन के माध्यम से नियमित गश्त करने के निर्देश दिए थे। दिल्ली पुलिस को क्षेत्र में बदमाशों और अराजक तत्वों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाने को भी कहा। एलजी ने कहा कि क्षेत्र के निवासियों से कानून व्यवस्था संबंधी समस्याओं के बारे में कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं और कई लोग उनसे व्यक्तिगत रूप से भी मिलने आए हैं।