जेवर एयरपोर्ट से विमानोंं की उड़ान की डेट फाइनल, फरवरी से बुक कर सकेंगे टिकट
उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानों के उड़ान भरने का सपना अगले वर्ष पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट से कॉमर्शियल विमानों की उड़ान शुरू होने के लिए 17 अप्रैल 2025 की डेट फाइनल कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानों के उड़ान भरने का सपना अगले वर्ष पूरा हो जाएगा। एयरपोर्ट से कॉमर्शियल विमानों की उड़ान शुरू होने के लिए 17 अप्रैल 2025 की डेट फाइनल कर दी गई है। पहले दिन से ही अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों फ्लाइट शुरू होंगी। विमानों की उड़ान शुरू करने के लिए हवाई संबंधी सभी जरूरी कार्य पूरे हो चुके हैं। फरवरी से टिकट बुकिंग सेवा भी शुरू हो जाएगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के संचालन को लेकर मंगलवार को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल), एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) के प्रतिधिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने से पहले उड़ान अनुसूची निर्धारित करने और जरूरी अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्राप्त करने की समय सीमा निर्धारित की गई।
प्रमुख एजेंसियों ने एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें शुरू करने के लिए 17 अप्रैल का दिन निर्धारित किया। टिकट बुकिंग सेवा इंटरनेशनल के लिए उड़ान शुरू होने से 90 दिन और घरेलू के लिए छह हफ्ते पहले शुरू हो जाएगी। पहले दिन सिंगापुर या दुबई के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने की संभावना है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसको लेकर पुष्टि नहीं हो सकी। लाइसेंस मिलने के बाद इस बारे में एजेंसी सही जानकारी दे सकेगी।
एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए दिसंबर में आवेदन किया जाएगा, जिसे 90 दिनों में नागरिक उड्डयन मंत्रालय (डीजीसीए) से अनुमति मिलने का नियम है। मार्च तक रनवे पर विमान उतारने के लिए लाइसेंस मिलेगा।
नवंबर में ट्रायल शुरू होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर कामर्शियल विमानों का ट्रायल रन नवंबर में तय हुआ है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और डीजीसीए समेत प्रमुख एजेंसियों ने ट्रायल के लिए 30 नंबर की तिथि निर्धारित की है। ट्रायल रन एक दिन या इससे अधिक दिनों तक भी किया जा सकता है। रनवे का अध्ययन करने के लिए एयरपोर्ट पर एएआई के छोटे विमान एयरबस ए 320 व 321 समेत इंडिगो और अकासा के कामर्शियल विमानों को उतारा जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के एक अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट का 1334 हेक्टेयर में प्रथम चरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। एटीसी में जरूरी उपकरण व रनवे पर लाइट लगाने का काम भी पूरा हो गया है।
एयरपोर्ट शुरू करने में यह सबसे बड़ी चुनौती
एयरपोर्ट शुरू करने में एक बड़ी चुनौती यह रहेगी कि यदि एयरपोर्ट बनाने वाली कंपनी ने 17 अप्रैल तक उड़ान संबंधी जरूरी कार्य पूरे नहीं किए और तय समय पर लाइसेंस नहीं मिला तो 17 अप्रैल से छह महीने तक एयरपोर्ट से उड़ान शुरू नहीं हो सकेगी। क्योंकि देश दुनिया में उड़ान शुरू करने के 70 दिन पहले सभी प्रकार की प्रक्रिया को पूरा करने का नियम हैं, ताकि अन्य एयरपोर्ट को शुरू हो रहे नए एयरपोर्ट के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जा सकें। नए एयरपोर्ट से शुरू होने वाली फ्लाइट का शेड्यूल तैयार हो सके ताकि हवाई यात्रा में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।