दुबई और सिंगापुर से भी सुंदर हो सकती है यीडा की फिनटेक सिटी, 759 एकड़ में बसाने का खाका तैयार
यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-11 में विकसित होने वाली फिनटेक सिटी का खाका लगभग तैयार हो चुका है। अगले महीने में दिल्ली और नोएडा में सम्मेलन आयोजित कर वित्तीय कारोबार से जुड़ी टॉप-500 फॉर्च्यून कंपनी और संस्थाओं को यहां निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
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यमुना विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र के सेक्टर-11 में विकसित होने वाली फिनटेक सिटी का खाका लगभग तैयार हो चुका है। अगले महीने में दिल्ली और नोएडा में सम्मेलन आयोजित कर वित्तीय कारोबार से जुड़ी टॉप-500 फॉर्च्यून कंपनी और संस्थाओं को यहां निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
प्राधिकरण के अधिकारी ने बताया कि उत्तर भारत की पहली फिनटेक सिटी 759 एकड़ में विकसित होगी। पहला चरण 250 एकड़ में होगा, इसकी डीपीआर का काम अंतिम चरण में है, जिसे कुशमन एंड वेकफील्ड इंडिया कंपनी बना रही है। इसके लिए भूखंड योजना शुरू करने की तैयारी चल रही है।
फिनटेक में निवेश के लिए स्टेक होलर्ग्स के साथ दिल्ली और नोएडा में सम्मेलन कर निवेश के लिए आकर्षक ऑफर दिए जाएंगे। यहां निवेश करने वाली कंपनियों को अलग से लाइसेंस लेनी की जरूरत नहीं होगी। कंपनियों को कई विशेष सुविधा भी मिलेंगी। इसमें एफडीआई नीति की सुविधाएं मिलेंगी। शत-प्रतिशत निवेश वाली कंपनी को 75 प्रतिशत लैंड सब्सिडी मिलेगी।
सिंगापुर और दुबई का अध्ययन किया गया
प्राधिकरण का मानना है कि फिनटेक सिटी में ब्लॉक चेन, पेमेंट, एक्सचेंज, रिसर्च, डिजिटल मनी, ऑनलाइन बैंकिंग और वित्तीय संस्थान आएंगे। ये सभी अलग कंपनियां हैं, इसलिए इनके लिए अलग एंकर यूनिट चयनित होनी चाहिए, ताकि कंपनी के कार्यों के हिसाब से माहौल तैयार हो सके। फिनटेक को विकसित करने के लिए सिंगापुर, दुबई और गुजरात की गिफ्ट सिटी का अध्ययन किया गया है।
नई औद्योगिक नीति का लाभ मिलेगा
फिनटेक सिटी में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को भूखंड आवंटित किए जाएंगे। यहां निवेश करने वाली कंपनियों को नई औद्योगिक नीति का लाभ मिलेगा।
शैलेंद्र भाटिया, ओएसडी, यमुना विकास प्राधिकरण ने कहा, ''फिनटेक सिटी की डीपीआर का काम अंतिम चरण में है। अगले महीने में स्टेक होल्डर्स के साथ बैठक करने की योजना तैयार की जा रही है।''