पैदा होने के अगले दिन छीन ली सांसें, जुड़वां बच्चियों को मारकर दफनाया; पूरा परिवार क्यों बना हैवान
कहते हैं बेटी जिस आंगन में जन्म लेती है उस घर को खुशियों से भर देती है। लेकिन दिल्ली में एक पिता और उसके परिवार ने मिलकर दो नन्ही सी जान को अपने सपनों की उड़ान भरने से पहले ही मौत की नींद सुला दिया। रूह को झकझोर देने वाली यह घटना सुल्तानपुरी में घटी।
कहते हैं बेटी जिस आंगन में जन्म लेती है उस घर को खुशियों से भर देती है। लेकिन दिल्ली में एक पिता और उसके परिवार ने मिलकर दो नन्ही सी जान को अपने सपनों की उड़ान भरने से पहले ही मौत की नींद सुला दिया। रूह को झकझोर देने वाली यह घटना सुल्तानपुरी में घटी। पुलिस ने नवजात जुड़वां बेटियों की कथित तौर पर हत्या कर उन्हें दफनाने के आरोप में पिता सहित उसके परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनपर बच्चियो की देखभाल के आड़ में उन्हें मारने और अपराध को छिपाने के लिए दफनाने की साजिश रचने का आरोप लगा है।
चार्जशीट में क्या-क्या आरोप
यह क्रूर घटना जून में सामने आई थी। दिल्ली पुलिस ने अगस्त में 800 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट रोहिणी कोर्ट में दाखिल की थी। इसमें पिता नीरज सोलंकी (30), उसके माता-पिता विजेंद्र सोलंकी (60) और चांद कौर (56), भाई दिनेश (32) और दिनेश की पत्नी मोनिका (37) को आरोपी बनाया गया और उन पर हत्या, भ्रूण हत्या, शिशु हत्या, समान इरादा और दहेज से संबंधित धाराओं के तहत आरोप लगाए गए। बच्चियों की हत्या एक जून को हुई थी।
क्या है पूरा मामला
नीरज की पत्नी पूजा ने 30 मई को रोहतक सेक्टर 36 के एक अस्पताल में जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया था। हालांकि, पुलिस के अनुसार, नीरज और उसका परिवार लड़कियों के जन्म से नाखुश था। जब पूजा को अस्पताल से छुट्टी मिली, तो उसके पति और ससुराल वाले आए और उसे रोहतक के इस्माइला स्थित उसके मायके ले जाने के बहाने नवजात बच्चों को ले गए लेकिन सुल्तानपुरी ले आए। यहां उन्होंने कथित तौर पर बच्चों की हत्या कर दी और उन्हें दफना दिया।
चार्जशीट के अनुसार हत्या की पूर्व नियोजित थी। नीरज के परिवार ने बच्चों को जरूरी पोषण और चिकित्सा देखभाल से वंचित करके उनकी सांसें छीनने की साजिश रची। चार्जशीट में कहा गया है कि परिवार बच्चियों को किसी भी तरह का पूर्व या प्रसवोत्तर इलाज देने में विफल रहा। इसके अलावा, अपने अपराध को छिपाने के लिए परिवार ने बच्चों को दफना दिया और अपने अपराध को उजागर करने वाले सभी सबूत को नष्ट कर दिया।
पूरे परिवार ने दिया साथ
चार्जशीट में कहा गया है कि मुख्य आरोपी नीरज ने नवजात बच्चों की उपेक्षा की, उनकी हत्या कर दी और पत्नी को बिना बताए उन्हें दफना दिया। चार्जशीट के अनुसार, उसके पिता विजेंद्र ने शिशुओं को दफनाने में उसकी सहायता की। जबकि उसकी मां चांद कौर ने उन्हें अपने बेटे को सौंप दिया, जिससे दफनाने में मदद मिली। नीरज के भाई दिनेश और भाभी मोनिका ने भी साजिश में पूरा साथ दिया।
बीएससी ग्रेजुएट पूजा ने 2 फरवरी, 2022 को नीरज से शादी की थी। उसने आरोप लगाया कि उसे दहेज के लिए नियमित तौर पर परेशान किया जाता था और उसके पति का परिवार चाहता था कि वह बेटे को जन्म दे। उसने पुलिस को बताया कि गर्भावस्था के दौरान, उसे बच्चे का लिंग परीक्षण कराने के लिए भी कहा गया था, जिसे उसने परिणामों के डर से मना कर दिया था।