रेप-मर्डर के आरोपी बेटे को मिले कम सजा, पिता ने चली चाल; कोर्ट को दिया चकमा लेकिन ऐसे खुल गई पोल
बेटे को रेप और हत्या के मामले में कम सजा मिले इसके लिए एक पिता ने शातिराना चाल चली। उसने स्कूल प्रिंसिपल के साथ मिकल ट्रांसफर सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की ताकि यह दिखाया जा सके की घटना के समय वह नाबालिग था। अपनी इस कोशिश के जरिए उसने पुलिस और कोर्ट को लगभग गच्चा दे दिया।
बेटे को रेप और हत्या के मामले में कम सजा मिले इसके लिए एक पिता ने शातिराना चाल चली। उसने स्कूल प्रिंसिपल के साथ मिकल ट्रांसफर सर्टिफिकेट के साथ छेड़छाड़ की ताकि यह दिखाया जा सके की घटना के समय वह नाबालिग था। अपनी इस कोशिश के जरिए उसने पुलिस और कोर्ट को लगभग गच्चा दे दिया था। हालांकि उसकी चालाकी देर नहीं चली और असलियत सामने आ गई। जिसके बाद पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला नोएडा का है।
नोएडा पुलिसने बताया कि 2016 में हुए एक रेप-मर्डर के आरोपी को बचाने के लिए पिता ने फर्जी ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) बनाई ताकि दिखाया जा सके कि घटना के समय वह नाबालिग था। आरोपी मोहनलाल ने नकली टीसी बनाने के लिए स्कूल प्रिंसिपल नाथूराम के साथ साठगांठ की। पुलिस ने बताया कि नाथूराम फरार है। पुलिस के अनुसार, मोहनलाल के बेटे को 2016 में ग्रेटर नोएडा के इकोटेक-3 थाना क्षेत्र में एक टीनेजर की रेप और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
मोहनलाल ने कानपुर देहात क्षेत्र के एक स्कूल के प्रिंसिपल नाथूराम के साथ मिलकर अपने बेटे के लिए फर्जी टीसी बनवाई, जिससे लगे कि घटना के समय वह नाबालिग था। पुलिस ने बताया कि प्रमाण पत्र के आधार पर अदालत ने उसके बेटे को फेज-2 स्थित सुधार गृह भेज दिया था। वहीं लड़की के परिवार ने किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष सही दस्तावेज पेश किए। पुलिस ने बताया कि इसके बाद जांच में पता चला कि मोहनलाल ने अपने बेटे को आसानी से बच निकलने में मदद के लिए फर्जी टीसी बनवाई थी।
पुलिस ने बताया कि मोहनलाल को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि नाथूराम का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि यौन उत्पीड़न और हत्या की घटना तब हुई जब पीड़िता अपने किराए के घर में अकेली थी। आरोपी युवक उसके घर गया और उसका रेप किया। जब वह चिल्लाई, तो उसने कपड़े के टुकड़े से उसका गला घोंट दिया और शव को बगल के खाली प्लॉट में फेंक दिया।