मुजेसर अंडरपास का नए सिरे से लगाया जाएगा टेंडर
फरीदाबाद में मुजेसर अंडरपास के पुनर्निर्माण के लिए टेंडर रद्द कर दिया गया है क्योंकि केवल एक एजेंसी ने भाग लिया। चुनावी आचार संहिता समाप्त होने के बाद नए टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके निर्माण...

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। मुजेसर अंडरपास के पुनर्निर्माण के लिए लगाए गए टेंडर को रद्द कर दिया गया है। फरवरी में हरियाणा राज्य सड़क एवं पुल विकास निगम (एचएसआरडीसी) द्वारा टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन इसमें केवल एक ही एजेंसी ने भाग लिया, जिसके कारण इसे रद्द किया गया। अब विभाग ने निर्णय लिया है कि आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस टेंडर को दोबारा जारी किया जाएगा।सरकार से मंजूरी के बाद मई में निर्माण कार्य शुरु कर दिया जाएगा अंडरपास के बनने से आसपास के क्षेत्र के करीब 50 हजार वाहन चालकों को राहत मिलेगी। राष्ट्रीय राजमार्ग से मुजेसर को जोड़ने वाली सड़क से रोजाना हजारों लोग पैदल, दुपहिया वाहन चालकों के साथ बड़े वाहनों का आना-जाना होता है। मुजेसर के साथ आसपास क्षेत्र सेक्टर-24 व 25 क औद्योगिक क्षेत्र है। इसके अलावा सेक्टर-22 व 23, संजय कॉलोनी जैसे घनी आबादी वाले रिहायशी क्षेत्र हैं। मुजेसर फाटक से निकल कर आगे सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ती है। फाटक होने के चलते वाहनों का दबाव हार्डवेयर चौक से होता हुआ बाटा पुल और थोड़ी दूरी पर स्थित अजरौंदा-नीलम पुल पर पड़ता है। खास कर पीक आवर्स में सुबह, स्कूलों की छुट्टी के समय दोपहर को व फिर शाम को कारखानों की छुट्टी होने पर सांय पांच बजे से रात आठ बजे तक वाहनों का जबरदस्त दबाव रहता है। जल्दीबाजी में रेलवे लाइन पार करने पर कई बार लोग ट्रेनों की चपेट में आ जाते हैं। यहां कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। मुजेसर फाटक पर अंडरपास बनने के बाद हार्डवेयर चौक, बीके चौक से लेकर तिकोना पार्क होते हुए एक-दो चौक पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। साथ ही लोगों को मुजेसर में जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा।
टेंडर प्रक्रिया में आया था केवल एक आवेदन
हरियाणा राज्य सड़क एवं पुल विकास निगम ने फरवरी में मुजेसर अंडरपास के पुनर्निर्माण और उसमें जलभराव की समस्या के समाधान के लिए टेंडर आमंत्रित किया था। हालांकि, उम्मीद के विपरीत इस प्रक्रिया में केवल एक ही एजेंसी ने भाग लिया। सरकारी नियमों के अनुसार, प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और उचित लागत पर कार्य सुनिश्चित करने के लिए कम से कम दो या अधिक एजेंसियों की भागीदारी जरुरी होती है। इसी वजह से इस टेंडर को रद्द कर दिया गया और अब नई प्रक्रिया के तहत पुनः टेंडर जारी किया जाएगा।
आचार संहिता के बाद होगी नई प्रक्रिया
फिलहाल चुनावी आचार संहिता लागू होने के कारण नई टेंडर प्रक्रिया स्थगित कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, चुनाव समाप्त होते ही इसे प्राथमिकता के आधार पर फिर से जारी किया जाएगा जिससे जल्द से जल्द अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। इस बार प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि टेंडर प्रक्रिया में अधिक एजेंसियां भाग लें, जिससे बेहतर प्रतिस्पर्धा हो और गुणवत्ता पूर्ण कार्य हो सके।
जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान होगा
ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास में बारिश के दौरान जलभराव की गंभीर समस्या रहती है, जिससे रोजाना हजारों वाहन चालकों और राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अंडरपास में पानी भर जाने से यातायात बाधित हो जाता है और लोगों को लंबे रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है।पिछले साल अंडरपास में भरे पानी में डूबने से दो बैंक कर्मियों की मौत भी हो गई थी। इसी समस्या के समाधान के लिए निगम ने व्यापक योजना तैयार की है। योजना के तहत अंडरपास में पानी निकासी के लिए उच्च स्तरीय पंपिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसके अलावा, नालों की सफाई और पानी निकासी व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा जिससे बारिश के दौरान पानी का समुचित निकास हो सके। अधिकारियों के अनुसार, इस बार ऐसी व्यवस्था की जाएगी जिससे जलभराव की समस्या स्थायी रूप से खत्म हो जाए और यातायात निर्बाध रूप से चलता रहे।
सारी तैयारियां कर ली हैं और जैसे ही आचार संहिता समाप्त होगी, टेंडर जारी कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस परियोजना को तेजी से पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं जिससे लोगों को राहत मिल सके। -अदित्या देशवाल, डीजीएम, हरियाणा राज्य सड़क एवं पुल विकास निगम
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