बीके से भागे शूटर विकास दलाल के सात मददगार गिरफ्तार
अपराध जांच शाखा ने नीमका जेल में बंद गैंगस्टर मंजीत महाल गिरोह के शॉर्प शूटर विकास दलाल को बीके अस्पताल में...
अपराध जांच शाखा ने नीमका जेल में बंद गैंगस्टर मंजीत महाल गिरोह के शॉर्प शूटर विकास दलाल को बीके अस्पताल में पुलिस हिरासत से भगाने के आरोप में सात मददगारों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर भगाने में प्रयोग हुईं दो मोटरसाइकिल, दो कार, पांच पिस्तौल, 10 कारतूस और आरोपी विकास दलाल की कमीज बरामद की है। आरोपी हत्या के मामले में गवाह की हत्या करने के इरादे से फरार हुआ है। डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने सोमवार को सेक्टर-12 स्थित अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आरोपी को भगाने में प्रयोग की गई चोरी की मोटरसाइकिल और आरोपी शूटर के नीमका जेल में बंद चार साथियों से पूछताछ के बाद पुलिस सात आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब रही है। यह मोटरसाइकिल भरतपुर से चोरी की गई थी। अपराध जांच शाखा सेक्टर-85 प्रभारी रविंद्र कुमार और अपराध जांच शाखा-30 के सिपाही मनोज कुमार की गिरफ्तार आरोपियों को पकड़ने में अहम भूमिका रही है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान छपरौला गांव निवासी संदीप, मुजफ्फरनगर यूपी निवासी आशीष, कविंद्र, मथुरा के हताना गांव निवासी सोहन सिंह उर्फ सोनू, पलवल निवासी प्रशांत उर्फ सोनू, झज्जर के बहराणा गांव निवासी प्रदीप उर्फ धोला और मथुरा के नंगला सिरौली गांव निवासी हासिम के रूप में हुई है। सजायाफ्ता संदीप की रही मुख्य भूमिका: हत्या-लूट के 17 मामलों में आरोपी झज्जर के रेवाड़ी खेड़ा गांव निवासी विकास दलाल को भगाने में मुख्य भूमिका नीमका जेल में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे छपरौला गांव निवासी संदीप की रही है। संदीप और विकास की जेल में दोस्ती हो गई थी। दोस्ती के चलते विकास दलाल ने संदीप से भगाने में मदद मांगी थी। इस पर घटना को अंजाम देने के लिए संदीप पेरोल लेकर जेल से बाहर आ गया था। घटना से तीन दिन से होटल मैग्पाई में ठहरे हुए थे बदमाश: आरोपी दलाल का आठ अक्टूबर को दांत के इलाज के लिए बीके अस्पताल आना निश्चित हो गया था। जेल से फोन के जरिए संदीप को इसका पता लग गया था। इस पर तीन दिन पहले सात बदमाश फरीदाबाद के होटल मैग्पाई में आकर रुक गए थे। पुलिस ने मैग्पाई जाकर रिकॉर्ड लिया है। जिसमें शोहित के नाम से एंट्री मिली है। संदीप ने मथुरा के नंगला सिरोली गांव निवासी हासिम से संपर्क कर हथियार और कारतूस देने के लिए तैयार कर लिया था। वहीं तिकोना पार्क में दो कार खड़ी की गई थीं। आरोपी कार में बैठकर हाईवे होते हुए यूपी भाग गया था। आरोपी फिलहाल हिमाचल प्रदेश में हो सकता है। बीके अस्पताल के अंदर और बाहर जगह-जगह खड़े थे बदमाश: आरोपी विकास दलाल को भगाने के वक्त पुलिसकर्मी पर गोली चलाने वाले बदमाश की पहचान सोनीपत के दहिसरा गांव निवासी रोहित के रूप में हुई है। रोहित के अलावा पांच अन्य बदमाश बीके अस्पताल के अंदर और बाहर जगह-जगह हथियार लेकर खड़े थे। यदि पुलिस या आम लोग उनकी घेराबंदी का प्रयास करते तो सभी बदमाशों द्वारा गोली चलाने की योजना बनाई गई थी। आरोपियों में से दो को पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च स्पे्र करना था। दोनों ने इसके लिए दक्षिण भारत की कई फिल्में देखीं थी। गवाह सेवाराम की हत्या करना चाहता है विकास: डीसीपी क्राइम ने बताया कि झज्जर के रेवाड़ी खेड़ा गांव निवासी विकास ने अपने गांव में रहने वाले सेवाराम के भाई की हत्या की हुई है। सेवाराम गवाह है। आरोपी जेल में रहकर भी सेवाराम पर हमला करवा चुका है। आरोपी अदालत में गवाही से पहले उसकी हत्या करना चाहता है। ताकि उसे सजा न हो सके। --400 से ज्यादा हथियार खपा चुका है हासिम: मथुरा के नंगला सिरौली गांव निवासी हासिम बड़ा हथियार सप्लायर है। वह 400 से ज्यादा बदमाशों को हथियार बेच चुका है। आरोपी के दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी यूपी के कई बड़े गिरोह से संपर्क हैं। पुलिस को पता चला है कि कोसी कलां थाना क्षेत्र के अंतर्गत उटावड़ का नंगला में अवैध हथियारों की फैक्टरी है। आरोपी वहां से हथियार खरीदता है। आरोपी ढाई से 10 हजार रुपये में हथियार बेचता है। डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह ने बताया कि मथुरा में अवैध हथियार बनाने का बड़ा गोरखधंधा है। पहले भी मथुरा जिले के कई हथियार सप्लायर पकड़े जा चुके हैं।
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