बल्लभगढ़-आगरा रूट पर बिना किसी खौफ के चल रही निजी बसें
बल्लभगढ़। कोरोना काल में हरियाणा रोडवेज की बसों में किए जा रहे सामाजिक दूरी...
बल्लभगढ़। कोरोना काल में हरियाणा रोडवेज की बसों में किए जा रहे सामाजिक दूरी के पालन का लाभ निजी बस चालक खूब उठा रहे हैं। ऐसी स्थिति में जहां हरियाणा रोडवेज की बसों में निर्धारित नियमों का पालन करके कम यात्रियों को बैठाया जा रहा है, वहीं निजी बसों में सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा और खूब यात्री बसों में बैठाए जा रहे हैं। यहां तक की बस की छतों पर भी यात्री सफर कर रहे हैं। हालांकि, कई रूट पर हरियाणा रोडवेज ने अपनी बसों को बंद कर दिया है।
बल्लभगढ़-आगरा रूट पर इन दिनों निजी बस सेवा बिना किसी खौफ के चल रही है। रोडवेज की बसें बस अड्डे के बाहर से सवारियां नहीं ले रही हैं, जिसका फायदा निजी बस संचालक आराम से उठा रहे हैं। अधिकारियों की अनदेखी के चलते बस संचालक बस अड्डे के बाहर से प्रवासियों से बस को भरने के बाद ही रवाना करते हैं। निजी बस में इस दौरान किसी प्रकार की सामाजिक दूरी को भी नहीं अपनाया जा रहा है। इन निजी बसों के चलते रोडवेज के घाटे की खाई और गहरी हो रही है।
प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
प्रवासियों का अपनी मंजिल की ओर जाना लगातार जारी है। पिछले काफी दिनों से प्रवासी आगरा, अलीगढ़ की ओर जा रहे हैं। अलीगढ़ की ओर तो केवल हरियाणा रोडवेज की बसें चल रही हैं, लेकिन बल्लभगढ़-आगरा रूट पर रोडवेज की निजी तीन बसें जा रही हैं। यह बसें प्रतिदिन सुबह होते ही बस अड्डे के सामने या फिर आदर्श सब्जी मंडी के आसपास आकर खड़ी हो जाती हैं। इसके बाद निजी बस के कंडक्टर प्रवासियों को आवाज लगाकर बसों में बैठाते हैं। हालांकि, प्रवासियों की संख्या कम होने के चलते इन्हें बसें भरने में समय जरूर लगता है, लेकिन बस ड्राइवर व कंडक्टर बस को तभी रूट पर चलाते हैं, जब बस पूरी तरह भर जाती है। कई बार तो बसों की छत तक पर भी प्रवासी बैठ जाते हैं,जिनके खिलाफ प्रशासन की ओर से कोई भी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
इधर, रोडवेज प्रशासन के अधिकारी बताते हैं कि वे इन निजी बसों को रोकने का प्रयास करते हैं, लेकिन वह लड़ाई आदि करने के लिए उतारू हो जाते हैं। इन बसों को रोकने के लिए तो डीटीओ विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन कोई भी अधिकारी रोड पर नहीं आता है। इसी कारण यह निजी बसें बिना किसी खौफ के बल्लभगढ़-आगरा रूट पर चल रही हैं। कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ने के बावजूद निजी बस संचालक पैसा कमाने में लगे हुए हैं। दिल्ली-आगरा रूट पर सुबह से लेकर देर रात तक चलने वाली बस में प्रवासियों को सामाजिक दूरी का पालन नहीं करते हुए भरा जा रहा है। सैनिटाइजिंग से बस ड्राइवर व कंडक्टर को कोई मतलब नहीं है।
कोट
डीटीओ विभाग का पूरा स्टाफ ऑक्सीजन टैकरों पर लगाया हुआ है। इसलिए निजी बसों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है। बावजूद इसके शिकायत के बाद अवश्य ही कार्रवाई की जाएगी।
जितेंद्र कुमार, डीटीओ, फरीदाबाद
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