सशोधित फाइल
द/बल्लभगढ़ हिटी जिले के बीके अस्पताल और बल्लभगढ़ की एम्स शाखा की ओपीडी सेवाएं सोमवार को बंद कर दी। बीके की ओपीडी 31 मार्च तो बल्लभगढ़ एम्स शाखा की ओपीडी पांच अप्रैल तक बंद रहेगी। अस्पतालों में आने वाले...
फरीदाबाद/बल्लभगढ़। हिटीजिले के बीके अस्पताल और बल्लभगढ़ की एम्स शाखा की ओपीडी सेवाएं सोमवार को बंद कर दी। बीके की ओपीडी 31 मार्च तो बल्लभगढ़ एम्स शाखा की ओपीडी पांच अप्रैल तक बंद रहेगी। अस्पतालों में आने वाले लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए ये फैसला लिया गया है। एक ही जगह पर लोगों की भीड़ न जुटे यही मकसद है। हालांकि बीके अस्पताल परिसर में सर्दी-जुकाम के मरीजों के लिए शुरू किया गया फ्लू कॉर्नर खुला रहेगा। ऐसे में ओपीडी में इलाज कराने आने वाले लोग इस जगह जाकर डॉक्टरों से जांच करा सकेंगे। ओपीडी बंद करने को लेकर अस्पताल के परिसर में पोस्टर लगाकर सूचना जारी कर दी गई है।फ्लू कॉर्नर में होगी मरीजों की जांचबीके में ओपीडी बंद रहने के दौरान अस्पताल के भोजनालय में खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों के लिए शुरू किए गए फ्लू कॉर्नर पर मरीज जांच कराने आ सकेंगे। अस्पताल में ओपीडी सेवा तो बंद रहेगी लेकिन डिलीवरी एवं इमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी। आपातस्थिति में लोगों को परेशानी ना हो इसलिए इन सेवाओं पर कोई असर नहीं रहेगा। रोजाना 18 सौ मरीज पहुंचते हैं ओपीडी मेंबीके अस्पताल की ओपीडी में रोजाना खासी संख्या में मरीज जांच कराने के लिए पहुंचते हैं। आंकड़़ों के मुताबिक रोजाना करीब 18 सौ मरीज जांच कराने के लिए पंहुचते हैं। वहीं छुट्टी के अगले दिन ये आंकड़ा कई बार दो हजार तक भी पहुंच जाता है। ऐसे में एक वायरस संक्रमित के लिए ओपीडी में आने वाले मरीजों के संपर्क में आने वाले मरीजों को खतरा ना हो इसलिए इसे बंद करने का फैसला लिया गया है।जरूरी हो तभी पहुंचे अस्पतालप्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव ने बताया फ्लू या कोरोना की संभावना होने पर ये दूसरों में ना फैले इसलिए ओपीडी 31 मार्च बंद रहेगी। इस दौरान चर्म रोग, नेत्र रोग, हड्डी रोग, सर्जरी, फिजियोथैरेपी,मनोचिकित्सक, दंत विभाग की ओपीडी नहीं लगेगी। इसके अलावा लोगों से अपील की गई है कि आपातकालीन स्थिति में ही मरीज अस्पताल आएं। डॉक्टरों की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबरों पर घर बैठे ही सलाह ली जा सकती है।------------------------------पांच अप्रैल तक बंद रहेगी ओपीडीबल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल एम्स शाखा की ओपीडी को एम्स प्रबंधन ने बंद दिया है। ओपीडी बंद करने की घोषणा 23 मार्च यानि सोमवार से ही की गई है। जिसके लिए जगह-जगह बोर्ड लगा दिए गए हैं। ओपीडी पांच अप्रैल तक करने के लिए बोर्ड लगाए गए हैं। ओपीडी के साथ अस्पताल में मरीजों को दवाईयां भी नहीं मिलेगी और किसी प्रकार से कोई टेस्ट भी नहीं होगा। यह निर्णय मरीजों की संख्या अधिक होने के चलते लिया गया है। कोरोना वायरस अधिक नहीं फैले इसके लिए एम्स प्रबंधन बल्लभगढ़ ने सोमवार से ओपीडी को बंद करने का निर्णय लिया। यह बंद पांच अप्रैल तक होगा। दवाखाना, लैब आदि को भी ताला लगायाओपीडी के साथ दवाखाना, लैब आदि को भी ताला लगा दिया गया है। इतना जरूर है कि वार्ड चालू रहेगा जिसमें एम्स के डॉक्टर अपनी सेवाएं दें रहे हैं। इधर, हरियाणा की स्वास्थ्य सेवाओं के अधीन चलने वाली एमरजेंसी की सेवाएं लोगों के लिए जारी रहेगी। ओपीडी बंद होने की खबर से सुनते ही काफी संख्या में मरीज एमरजेंसी में पहुंच गए। जहां डॉक्टरों ने मरीजों देखा जरूर लेकिन उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।------------------------डॉ.शशीकांत, एम्स शाखा इंचार्ज : एमरजेंसी में करीब 600-700 मरीज आते हैं। कोरोना वायरस भीड़ के चलते ज्यादा फैलता है। इस कारण एम्स शाखा ने अपनी ओपीडी, दवाखाना व लैब आदि को पांच अप्रैल तक बंद करने का फैसला लियाहै। इसके अलावा एमरजेंसी के ऑपरेशन होंगे और वार्ड में एम्स की सेवाएं जारी रहेगी।-----------------------डॉ.मान सिंह, एसएमओ,बल्लभगढ़: एमरजेंसी वाले मरीज को एमरजेंसी में देखा जाएगा। जिन्हें एमरजेंसी नहीं है,उन्हें समझाकर वापिस घर भेजा जा रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने से परेशानी तो होगी, लेकिन संकट की घड़ी में इस व्यवस्था को सभी ने मिलकर संभालना होगा।
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