बच्चों की मौज मस्ती के लिए मनोरंजन पार्क में 10 तरह के झूल लगेंगे
फरीदाबाद में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में इस बार बच्चों और पर्यटकों के लिए कई नए झूले जैसे बुलबुला झूला और पोर्च सीटें उपलब्ध होंगे। मेले में ओडिशा और मध्यप्रदेश को थीम राज्य बनाया गया...
फरीदाबाद। अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में इस बार बच्चों एवं पर्यटकों को बुलबुला झूला, पोर्च सीटें के अलावा अन्य कई नए झूले का आनंद लेने का अवसर मिलेगा। अम्यूजमेंट पार्क का टेंडर पाने वाली कंपनी ने झूला पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है। सूरजकुंड मेला शुरू होने से पूर्व झूलों को स्थापित करने का काम पूरा किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला सात से 23 फरवरी के दौरान आयोजित होगा। मेले में विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प को देखने का अवसर एक छत के नीचे मिलता है। इसके अलावा फूड स्टॉल पर विभिन्न राज्यों का व्यंजन भी बिकती हैं। इसके अलावा मुख्य चौपाल एवं छोटी चौपाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके अलावा मेरा परिसर में बच्चों के मनोरंजन का भी प्रबंध रहता है। हर वर्ष अम्यूजमेंट पार्क में झूले स्थापित किया जाता है। हर बार बुलबुला झूला, पोर्च सीटें, लकड़ी का झूला जैसे झूले लगाए जाते हैं। इस बार बच्चों एवं पर्यटकों को टायर झूला, हैमॉक स्विंग, रोप स्विंग, कैनोपी स्विंग, गार्डन स्विंग, बेबी स्विंग, चेयर स्विंग का आनंद ले सकेंगे। मेला परिसर में झूलों को लगाने का काम शुरू हो गया है। टेंडर पाने वाले ठेकेदार के अनुसार उन्होंने झूले लगाने में करीब 20 से 25 दिन लगेंगे। जुहू चौपाटी की तरह पर्यटक मेला परिसर में घोड़े की सवारी और वहीं राजस्थान के मरुस्थल की तरह ऊंट की सवारी भी कर सकेंगे।मेला परिसर में इनकी सवारी का भी प्रबंध रहेगा। पर्यटन निगम जल्द ही झूले का शुल्क भी निर्धारित करेगा।
ओडिशा एवं मध्यम प्रदेश होंगे थीम राज्य
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में पहली बार दो राज्यों को थीम स्टेट चुना गया है। हरियाणा पर्यटन निगम ओडिशा और मध्यप्रदेश को थीम राज्य बनाया है। मेला परिसर में इन दोनों राज्यों की संस्कृति एवं ग्रामीण परिवेश देखने को मिलेगा। इसके अलावा पर्यटक इन राज्यों के हस्त शिल्प को खरीदकर अपने घर भी ले जा सकेंगे। ओडिशा एवं मध्य प्रदेश के कलाकार अगले दो से तीन दिनों में आकर मेला परिसर को सजाने का काम शुरू करेंगे।
इन्हें सांस्कृतिक पार्टनर
इस बार सूरजकुंड मेले में बिम्सटेक को सहयोग देश चुना गया है। इसमें भारत के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड देश आते हैं। वहीं, सेवन सिस्टर के नाम विश्व प्रसिद्ध पूर्वोत्तर को सांस्कृतिक राज्य चुना गया है। इसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा राज्य शामिल है। पर्यटक मेले की चौपाल पर इनके सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आनंद ले सकेंगे। मेले में अभी तक मुख्य एवं छोटी चौपाल पर ही कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे। अबकी से दिल्ली के गेट के पास बनी नई चौपाल पर भी कार्यक्रम होंगे। इसके लिए हरियाणा पर्यटन निगम ने टेंडर जारी किए हैं। यहां पर शाम को लाइव परफॉरमेंस आयोजित की जाएंगी।
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