किसान देश की रीढ़ : गौरव गौतम
हरियाणा के युवा सशक्तिकरण मंत्री गौरव गौतम ने पलवल सहकारी चीनी मिल के 41वें गन्ना पिराई सत्र का शुभारंभ किया। उन्होंने गन्ना डालकर और बटन दबाकर उद्घाटन किया। मंत्री ने किसानों की भूमिका को महत्वपूर्ण...
पलवल। हरियाणा के युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता, खेल एवं कानून और विधायी राज्य मंत्री गौरव गौतम ने रविवार को पलवल सहकारी चीनी मिल के 41वें गन्ना पिराई सत्र 2024-25 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने मिल के डोंगा की चेन में गन्ना डालकर और बटन दबाकर इस सत्र का उद्घाटन किया। मंत्री गौरव गौतम के साथ होडल के विधायक हरिंद्र सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया, जिला परिषद की चेयरपर्सन के प्रतिनिधि मनोज रावत, जिला उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ और चीनी मिल के प्रबंध निदेशक विशाल सहित कई प्रमुख नेता और अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में खेल मंत्री ने मिल परिसर में आयोजित हवन यज्ञ में आहूति डालकर पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने चीनी मिल में सबसे पहले ट्रैक्टर ट्रॉली से गन्ना लाने वाले किसानों वीरेंद्र (दीघोट) और तोतीराम (हसनपुर) को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मंत्री गौरव गौतम ने किसानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी है। उन्होंने कहा कि देश की समृद्धि किसानों की समृद्धि से जुड़ी है और जब किसान समृद्ध होगा, तभी देश भी आगे बढ़ेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि देश में चार मुख्य जातियां हैं, किसान, गरीब, युवा और महिला, इनका विकास सुनिश्चित होगा तो देश का समग्र विकास संभव होगा।
मंत्री ने मिल के अधिकारियों और गन्ना किसानों से अपील की कि वे चीनी मिल को चलाने में सहयोग करें और मिल में आने वाले किसानों के लिए उचित सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में काम करें। उन्होंने यह भी बताया कि मिल प्रबंधन द्वारा किसानों के लिए अटल कैंटीन संचालित की गई है, जहां किसानों को मात्र 10 रुपए में भोजन उपलब्ध है। इसके अलावा किसानों के लिए विश्राम गृह, शौचालय, पीने का पानी, एलईडी टीवी जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जा रही हैं।
होडल के विधायक हरिंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार किसान हितैषी है और जिला प्रशासन गन्ना किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने देगा। बीजेपी जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया ने भी किसानों को शुभकामनाएं दी और उनसे अपील की कि वे केवल साफ और अच्छी गुणवत्ता वाला गन्ना ही मिल में लेकर आएं।
उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने चीनी मिल के इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पलवल सहकारी चीनी मिल 1973 में रजिस्टर्ड हुई थी और 1984-85 में 1250 टीसीडी (टन प्रति दिन) की क्षमता के साथ पिराई का शुभारंभ किया गया था। इस वर्ष मिल की क्षमता बढ़ाकर 2200 टीसीडी कर दी गई है। पिछले वर्ष मिल ने 25.56 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की थी और 9.97 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ 2.58 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया था। इस सीजन में मिल को पिराई के लिए लगभग 28 लाख क्विंटल गन्ना मिलने की संभावना है।
कार्यक्रम में चीनी मिल के प्रबंध निदेशक विशाल ने मुख्य अतिथि और सभी विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया और सभी को आश्वासन दिया कि मिल में आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान मिल के प्रमुख अधिकारी, किसान नेता और अन्य लोग भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि किसान और चीनी मिल के बीच मजबूत सहयोग की आवश्यकता है ताकि स्थानीय अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके और किसान अपनी मेहनत का पूरा लाभ उठा सकें।
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