एसटीपी को जोड़ने वाली सीवर लाइनों की होगी सफाई
फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने बारिश में जलभराव से निजात पाने के लिए सीवर लाइनों की विशेष सफाई की योजना बनाई है। प्रतापगढ़ स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से जुड़ी 100 किलोमीटर लंबी लाइनों की सफाई के...
फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। बारिश में जलभराव से निजात दिलाने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। मास्टर सीवर स्कीम के तहत प्रतापगढ़ स्थित सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को जोड़ने वाली करीब 100 किलोमीटर लंबी सीवर लाइनों की विशेष सफाई कराई जाएगी। जिससे सीवर और बारिश की लाइनों का पानी पूर्ण मात्रा में एसटीपी तक पहुंच सकेगा। इसके लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इस योजना पर करीब 25 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। स्मार्ट सिटी में करीब 640 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइने है। इनमें से एक तिहाई करीब 200 किलोमीटर लंबी सीवर लाइनों को एफएमडीए को हस्तांतरित किया गया हैं। वहीं स्मार्ट सिटी में बारिश के दौरान जलभराव की काफी समस्या है। कुछ देर की बारिश में सड़के पानी से लबालब भर
जाती हैं। सेक्टर व कॉलोनियों के साथ मुख्य सड़कों पर घुटनों तक पानी भर जाता है।इससे जहां सड़कों पर जहां यातायात व्यवस्था ठप हो जाती है। वहीं लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। अंडरपास में पानी से जान पर खतरा बन जाता है।पिछले दिनों हुई बारिश के दौरान ओल्ड फरीदाबाद अंडरपास में जलभराव होने से गुरुग्राम से ड्यूटी कर लौट रहे कार सवार दो बैंक कर्मियों की डूबने से मौत हो गई थी। इसके अलावा जगह-जगह बारिश के पानी निकासी के लिए बने नाले गंदगी से जाम पड़ते हैं। सीवर लाइनों की बेहतर ढंग से सफाई नहीं होने के कारण ओवरफ्लो होकर गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। सबसे ज्यादा खराब हालत जवाहर कॉलोनी, पर्वतिया कॉलोनी, नंगला सरपंच चौक, संजय कॉलोनी, सेक्टर-55, गौंछी गांव, जीवन नगर आदि इलाकों में बनी हुई है।
600 एमएम सीवर लाइनों का रखरखाव एफएमडीए के पास
शहर में नगर निगम, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आनी वाली 600 मिमी व्यास वाली सीवेज लाइनों के रखरखाव एफएमडीए को सौंपा गया है। वहीं राज्य सरकार ने वर्ष 2023 में शहर में सीवेज सिस्टम के कायाकल्प पर 977 करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की थी। अब सीवर व्यवस्था दुरस्त करने की दिशा कार्य शुरू कर दिया गया है।
100 एमएलडी है एसटीपी की क्षमता
प्रतापगढ़ एसटीपी की क्षमता करीब 100 एमएलडी हैं। लेकिन, एनआईटी क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों से सीवर और बरसाती पानी लाइनों से करीब 20 एमएलडी पानी ही एसटीपी तक पहुंच रहा है। एफएमडीए अधिकारियों ने बताया कि बारिश के पानी निकासी की लाइनों को कहीं सीवर लाइनों से जोड़ दिया गया है तो कहीं सीवर लाइनों का पानी बारिश की लाइनों में छोड़ा जा रहा है। वहीं लाइनें जगह-जगह जाम पड़ी है। जिससे जलभराव की समस्या हो रही है।
जिले में तीन बड़े सीवर ट्रीटमेंट प्लांट
जिले में तीन बड़े सीवर शोधन संयंत्र है। यह प्रतापगढ़, मिर्जापुर और बादशाहपुर गांव में स्थित है। इनसे सेक्टर व कॉलोनियों की लाइने जुड़ी है। बड़ी-बड़ी मोटरों के माध्यम से सेक्टर व कॉलोनियों का गंदा पानी एसटीपी तक पहुंचता है। एफएमडीए अधिकारियों द्वारा पिछले दिनों कराई गई जांच में सामाने आया कि वर्षों से सफाई के आभाव में ये लाइनें कचरे से जाम है। कई लाइनों को अभी एक-दूसरे से जुड़ाव नहीं हुआ है। जिस कारण सेक्टर व कॉलोनियों का पानी फ्लो के साथ एसटीपी तक नहीं पहुंचता और बैक मार कर मुख्य सड़कों के साथ गलियों में भरा रहता है। इससे सीवर ओवरफ्लो की समस्या उत्पन्न होती है। सीवर की समस्या को लेकर आए दिन लोग नगर निगम अधिकारियों के चक्कर काटते हैं। सफाई कराने के लिए सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हैं। बावजूद इसके समस्या का कोई समाधान नहीं होता है। फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने लोगों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सीवर लाइनों की सफाई की योजना तैयार की है।
प्रतापगढ़ एसटीपी को जोड़ने वाली सीवर लाइनों की सफाई का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। सफाई के दौरान वीडियो ग्राफी कराई जाएगी। जिससे सफाई कार्य में पर्दाशिता बरती जा सके। इसके टेंडर कर दिए गए हैं। सीवर लाइनों की सफाई से पूर्ण मात्रा पानी एसटीपी तक पहुंचेगा। सेक्टर व कॉलोनियों में सीवर ओवरफ्लो की समस्या खत्म होगी।
- विशाल बंसल, मुख्य अभियंता, एफएमडीए
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