नियुक्ति के दस साल बाद भी चिकित्सकों ने ड्यूटी जॉइन नहीं की
फरीदाबाद के बीके अस्पताल में नियुक्ति के 10 वर्ष बाद भी 6 चिकित्सकों ने अपनी ड्यूटी नहीं जॉइन की है। आरटीआई के जवाब में यह जानकारी मिली है। अस्पताल में 55 चिकित्सकों की आवश्यकता है, लेकिन 51 ही...
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फरीदाबाद। स्मार्ट सिटी के बीके अस्पताल में नियुक्ति के 10 वर्ष भी चिकित्सकों की ड्यूटी जॉइन नहीं की है। इसका खुलासा बीके अस्पताल प्रबंधन द्वारा एक आरटीआई के उत्तर में हुआ है। उसमें बताया गया है कि छह चिकित्सकों ने नियुक्ति के बाद ड्यूटी जॉइन नहीं की है। यह आरटीआई अजय सैनी द्वारा लगाई गई थी। बीके अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के चलते रोगियों को बेहतर उपचार की सुविधा नहीं मिल पा रही है। 200 बेड वाले बीके अस्पताल को बेहतर संचालन के लिए 55 चिकित्सकों की ड्यूटी आवश्यकता है। इनमें 51 चिकित्सक कार्यरत हैं। इनमें से छह चिकित्सकों ने नियुक्ति के बाद एक भी दिन ड्यूटी जॉइन नहीं की है। इसके चलते आए ही चिकित्सकों की कमी की वजह से परेशानियां सामने आती रहती हैं। वर्तमान में 45 चिकित्सक ही कार्यरत हैं। बीके अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार इन चिकित्सकों ने प्रदेश सरकार को इस्तीफा भी नहीं दिया है। इसके चलते प्रदेश सरकार उनके स्थान पर नए चिकित्सक की नियुक्त नहीं कर पा रही है। इसके चलते स्वीकृत पदों पर इन चिकित्सकों की नियुक्ति दिखाई देती है। यह सभी ड्यूटी पर अनुपस्थित (एबसेंट ऑन ड्यूटी) पर चल रहे हैं। चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक गिरोत्रा को तीन दिसंबर 2016 में नियुक्त किया गया था। इसी प्रकार डॉ. अमित वर्मा ने 23 नवंबर 2014 से, डॉ. प्रशांत सोनी तीन दिसंबर 2021, डॉ. रजनी चौहान ने 19 मार्च 2023, डॉ. पूर्व गोयल और डॉ. योगिता भादू ने 19 अगस्त 2022 से ड्यूटी जॉइन नहीं की है। इन सभी चिकित्सकों के खिलाफ प्रधान चिकित्सा अधिकारी कार्यालय द्वारा पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि इस संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। प्रधान चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से पत्राचार किया गया है। यह सभी एबसेंट ऑन ड्यूटी चल रहे हैं। इन चिकित्सकों द्वारा इस्तीफा देने के बाद और सरकार द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद ही उनके साथ पर नए के नियुक्ति की जा सकती है।
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