शैक्षणिक संस्थानों में कर्मचारियों को छोड़कर बाहरी लोगों का प्रवेश बंद
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फरीदाबाद। जिले के शैक्षणिक संस्थानों में कर्मचारियों को छोड़कर बाकी किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। कोविड संक्रमण को देखते हुए संस्थानों ने ये फैसला लिया है। इसके तहत संस्थानों में छात्रों की आवाजाही भी प्रतिबंधित रहेगी। इस संबंध में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों ने सूचना जारी कर दी है। गौरतलब है कि कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने स्कूल व उच्च शिक्षण संस्थानों को 30 आप्रैल तक बंद कर दिया है। वहीं इस दौरान सिर्फ 50 फीसदी कर्मचारियों को ही संस्थान में बुलाने की अनुमति दी गई है।
ऑनलाइन कक्षाओं का दौर रहेगा जारी
आदेशानुसार कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में छात्रों के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि सभी सेमेस्टरों के लिए शैक्षणिक कार्य पहले की तरह डिजिटल मोड में ही जारी रहेगा। संस्थानों में 50 फीसदी कर्मचारियों को आने की इजाजत दी जाएगी। जबकि बाकी 50 फीसदी घरों से ही काम करेंगे। इसके लिए संस्थानों में कर्मचारियों का रोस्टर तैयार किया गया है। वहीं कंटेनमेंट जोन में रहने वाले कर्मचारियों को लगातार घरों से ही काम करने की इजाजत रहेगी। संस्थानों में कोविड से सुरक्षा का दायरा बना रहे यही मकसद है।
मेल और वाट्सएप पर सुलझेंगी समस्याएं
संस्थानों की तरफ से छात्रों को स्पष्ट किया गया है कि किसी भी जरूरत के लिए उन्हें संस्थान फिजिकली आने की जरूरत नहीं है। शैक्षणित संबंधित गतिविधियों या दुविधाओं के लिए वे शिक्षकों से वाट्सएप या फोन पर संपर्क कर सकते हैं। वहीं कार्य़ालय संबंधित कार्यों के लिए कॉलेज या विश्वविद्यालय को ईमेल किया जा सकता है। बाकी किसी भी जानकारी के लिए संस्थान के फोन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। एमडीयू की ओर से भी स्पष्ट किया गया है कि विश्वविद्यालय की मेल आईडी पर ही संपर्क किया जाए।
स्कूलों में सभी कर्मचारी बुलाए जा रहे
दूसरी ओर जिले के स्कूलों में सभी कर्मचारी फिलहाल आ रहे हैं। सरकार की ओर से पहली से बारहवीं तक के स्कूल छात्रों के लिए बंद कर दिए गए हैं। लेकिन कर्मचारियों को परिणाम, दाखिले सहित दूसरे कार्यों के लिए स्कूल आने के निर्देश दिए गए हैं। एेसे में कोविड काल के बीच स्कूलों में पूरा स्टाफ पहुंच रहा है। शिक्षक संगठनों की मांग है कि स्कूलों को भी बढ़ते संक्रमण के बीच राहत दी जाए। जिससे कि वे भी घरों से काम करते हुए सुरक्षित रह सकें। परिणाम तैयार करने का काम ऑनलाइन ही होना है इसलिए कोई परेशानी नहीं है।
आदेशानुसार बंद रहेगा विश्वविद्यालय
प्रो दिनेश कुमार, कुलपति, जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए
सरकार ने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों सहित तकनीकी संस्थानों को भी 30 अप्रैल तक बंद करने के आदेश दिए हैं। आदेशानुसार संस्थान को सोमवार से 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है। इस दौरान छात्रों सहित बाहरी लोगों और विजिटर्स के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। हालांकि इस दौरान 50 फीसदी कर्मचारी संस्थान आएंगे। छात्रों के लिए निर्धारित परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में आय़ोजित की जाएंगी। वहीं कक्षाएं पूरी तरह डिजिटली लगेंगी। इस संबंध में सभी को सूचना जारी कर दी गई है।
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