Hindi Newsएनसीआर न्यूज़फरीदाबादEducation Department to Penalize School Heads for Ignoring Online Attendance in Smart City Schools

ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगाने पर अब प्रधानाचा¹र्यों पर होगी कार्रवाई

फरीदाबाद में स्मार्ट सिटी के राजकीय विद्यालयों में 52 प्रतिशत प्रमुख ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगा रहे हैं। शिक्षा विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए एक दिन का वेतन काटने का निर्णय लिया है। सभी विद्यालय प्रमुखों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादThu, 21 Nov 2024 06:25 PM
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फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। स्मार्ट सिटी के राजकीय विद्यालयों के प्रमुख एमआईएस पोर्टल पर हाजिरी को लेकर गंभीर नहीं है। स्मार्ट सिटी के महज 48 प्रतिशत विद्यालय प्रमुख छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी लगा रहे हैं, जबकि 52 प्रतिशत नियमों का अनदेखी कर रहे हैं। ऐसे विद्यालय प्रमुखों के खिलाफ अब शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाने जा रहा है। विद्यालय प्रमुखाें को एक दिन का वेतन काटा जाएगा। इसे लेकर सभी विद्यालय प्रमुखों को पत्र जारी कर दिया है। उन्हें जल्द से जल्द एमआईएस पोर्टल पर पर छात्रों की हाजिरी अपडेट करने के आदेश दिए गए है। एक सप्ताह बाद भी यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो वेतन कटना शुरू हो जाएगा। राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों की ऑफ एवं ऑनलाइन हाजिरी लगाने का प्रावधान है। ऑनलाइन हाजिरी लगाने की प्रक्रिया वर्ष 2021 में शुरू हुई थी। इसके तहत कक्षा प्रभारी को प्रतिदिन एमआईएस पोर्टल पर हाजिरी लगानी होती है, लेकिन जिले के अध्यापक निदेशालय के आदेशों को लेकर गंभीर नहीं है।इस बार रिमाइंड कराने के बाद भी राजकीय विद्यालयों में ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगाई जा रही है। इसके चलते शिक्षा निदेशालय को रिकॉर्ड व्यवस्थित रखने में परेशानी आ रही है। बता दें कि एमआईएस पोर्टल पर हाजिरी होने से वास्तविक समय में कर्मचारियों और छात्रों की उपस्थिति का सटीक ट्रैक रखा जा सकता है। उपस्थिति प्रबंधन के लिए स्वचालित रूप से रिपोर्ट तैयार होती हैं। इसके अलावा ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक उपस्थिति रिकॉर्ड तैयार किए जाते हैं। उपस्थिति के आधार पर शिक्षा निदेशालय द्वारा संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं।

जिले में हैं 376 विद्यालय

स्मार्ट सिटी में 376 राजकीय विद्यालय है। इसमें प्राथमिक, वरिष्ठ माध्यमिक, हाई स्कूल और उच्च विद्यालय शामिल हैं। इन विद्यालयों में करीब डेढ़ लाख बच्चे पढ़ाई करते हैं। इन सभी की हाजिर लगाया जाना आवश्यक है। इसमें से मात्र 151 विद्यालयों के प्रमुख एमआईएस पोर्टल पर हाजिरी लगा रहे हैं। इनमें करीब 78 हजार बच्चे पढ़ाई करते हैं, जबकि 72 हजार बच्चों की हाजिरी नहीं लग रही है।

एमआईएस पोर्टल लगाने यह मिलता है लाभ

एमआईएस पोर्टल पर हाजिरी शुरू करने का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों को छात्र संख्या के हिसाब से सुविधाएं उपलब्ध कराने के अलावा बच्चों का ट्रैक रिकॉर्ड निदेशालय के पास होता है। इसके अलावा निदेशालय यह भी सुनिश्चित कर पाता है कि कितने बच्चों की 75 प्रतिशत हाजिरी पूरी है। ऑफ लाइन हाजिरी में निदेशालय के पास ऐसे बच्चों का रिकॉर्ड नहीं होता है।

ऐसे लगती है हाजिरी

इसके तहत शिक्षक अपनी कक्षा में जाते हैं और नियमित रूप से बच्चों की हाजिरी लेते हैं। उपस्थित एवं अनुपस्थित छात्रों को रोल नंबर एमआईएस डालने पर शिक्षा निदेशालय के पास पूरी जारी पहुंच जाती है।

एमआईएस पोर्टल पर शिक्षकों का छात्रों की हाजिरी लगाना आवश्यक है, लेकिन अध्यापक इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अध्यापकों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। यदि एक सप्ताह बाद भी कोई विद्यालय प्रमुख हाजिरी पूर्ण करता है तो आदेशानुसार रिपोर्ट बनाकर भेजी जाएगी। वही वेतन काटेंगे।

-अजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी

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