स्वच्छता सर्वेक्षण के बीच भी शहर की मंडियों में सफाई व्यवस्था चौपट
फरीदाबाद की डबुआ और बल्लभगढ़ सब्जी मंडियों में सफाई व्यवस्था बदहाल है। व्यापारियों और ग्राहकों को गंदे पानी के बीच से गुजरना पड़ रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। कई बार शिकायतों के बावजूद...

फरीदाबाद/बल्लभगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। एक ओर जहां स्मार्ट सिटी में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मंडियों में सफाई व्यवस्था बदहाल है। शहर की सबसे बड़ी डबुआ सब्जी मंडी और बल्लभगढ़ सब्जी मंडी में गंदगी और जलभराव की समस्या विकराल होती जा रही है। मंडी के व्यापारियों और ग्राहकों को नाले और सीवर के गंदे पानी के बीच होकर गुजरना पड़ रहा है, जिससे बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं शहर की स्वच्छता रैंकिंग को भी पलीता लग सकता है। डबुआ सब्जी शहर की सबसे बड़ी मंडी है, जहां रोजाना हजारों व्यापारी और ग्राहक आते हैं। यह मंडी शहर की फल और सब्जियों की आपूर्ति का मुख्य केंद्र मानी जाती है। लेकिन, विडंबना यह है कि आज यह मंडी बदहाल सफाई व्यवस्था की मिसाल बन गई है। मंडी में जगह-जगह सीवर का गंदा पानी और नाले का जलभराव है। दुकानदारों का कहना है कि बारिश होने पर हालत और भी बदतर हो जाते है। चारों ओर गंदगी और दुर्गंध फैली रहती है, जिससे लोगों का यहां आना दूभर हो जाता है।
व्यापारी रामकिशन वर्मा ने बताया कि हर दिन हम इसी गंदे पानी के बीच व्यापार करने को मजबूर हैं। सफाई कर्मचारियों से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। प्रशासन सिर्फ कागजी कार्रवाई में व्यस्त है। ग्राहक सोनू शर्मा ने कहा कि हम जब भी मंडी में सब्जी खरीदने आते हैं, तो गंदगी और बदबू से घबराहट होने लगती है। नाले का पानी दुकानों तक आ जाता है, जिससे सब्जियां भी दूषित हो जाती हैं। अगर यह हाल रहा तो लोग यहां आना बंद कर देंगे।
बल्लभगढ़ मंडी में भी सफाई व्यवस्था चरमराई
डबुआ सब्जी मंडी के साथ-साथ बल्लभगढ़ की सब्जी मंडी में भी सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। यहां भी कूड़ा-कचरा जमा रहता है और नियमित सफाई नहीं होती। मंडी के अंदर और बाहर गंदगी का अंबार लगा रहता है, जिससे व्यापारियों और ग्राहकों को काफी परेशानी हो रही है।
लेकिन मार्केटिंग बोर्ड का कोई ध्यान नहीं है। इस कारण जहां आढ़तियों को काफी परेशानी हो रही हैं। आढ़तियों का आरोप है कि अनेकों बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होती है।
मार्केटिंग बोर्ड हरियाणा ने बल्लभगढ़ शहर की प्रमुख सब्जी मंडी व अनाज मंडी को वर्ष 2002 में शुरू किया था, लेकिन मंडी में आज तक सफाई व्यवस्था की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। सफाई व्यवस्था पर करीब डेढ़ लाख रुपये प्रतिमाह खर्च किए जाने के बावजूद सब्जी मंडी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। मंडी के आढ़तियों ने रविवार को अपनी आढ़त के पिछले हिस्से ले जाकर दिखाया कि वहां चारों ओर गंदगी ही गंदगी नजर आ रही थी। मंडी में काफी जगह गदंगी के ढे़र लगे हुए थे। कई जगह से गदंगी के चलते बेसहारा पशु भी घुम रहे थे। दो शैड के आसपास पूरी तरह गदंगी फैली हुई थी। इसके अलावा आढ़ती ने दिखाया कि मंडी में कई सीवर के मैनहॉल टूटे पड़े थे। आढ़तियों का आरोप है कि सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं होने से काफी परेशानी होती है।
सब्जी मंडी की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। जिस कारण काफी परेशानी होती है। कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
- सत्यपाल यादव, सब्जी मंडी प्रधान
मेरी दुकान के पीछे गदंगी ही गदंगी है। जहां पर सफाई कर्मचारी महीनों में दिखाई देते है। इस कारण आढ़त पर बैठना भी दुश्वार हो रहा है।
-पप्पू सैनी, आढ़ती
हमारी आढ़त के पीछे काफी गदंगी है। कई बार शिकायत कर दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। अिधकारी और कर्मचारी सफाई के लिए आते हैं और खानापूर्ति कर चले जाते हैं।
- राकेश कुमार, आढ़त प्रबंधक
सफाई की जिम्मेदारी मार्केट कमेटी की है, लेकिन कुछ लोगों का भी सहयोग जरूरी है। लोग जहां-तहां गदंगी फेंक देते हैं। इस कारण गदंगी नजर आती है। पुरानी कंपनी का ठेका मार्च में खत्म हो जाएगा। अब कंपनी की अनुबंध राशि को बढ़वाने का प्रयास किया जाएगा।
- लेखराज, मार्केट कमेटी अधिकारी
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