मेडिकल स्टोर में उमड़ रही लोगों की भीड़, नहीं मिल रही दवाएं
शहर में कोविड संक्रमितों की तादाद बढ़ने से जरूरी दवाओं की मांग भी बढ़ने लगी
शहर में कोविड संक्रमितों की तादाद बढ़ने से जरूरी दवाओं की मांग भी बढ़ने लगी है। संक्रमण के डर से लोग दवाएं स्टॉक कर रहे हैं। आलम ये है कि मेडिकल स्टोर पर दवाओं के लिए रोजाना लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार के साथ ही दूसरी दवाएं भी लोगों को नहीं मिल पा रही हैं। फैबिफ्लू, जिंक और मेफकाइंड जैसी दवाओं के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टॉक खत्म हो चुका है। पेश है रिपोर्टः
मेडिकल स्टोर बीके अस्पताल
समय दोपहर 12: 30 बजे
जिला सिविल अस्पताल में बने मेडिकल स्टोर में इन दिनों कई तरह की दवाओं की कमी है, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है। अस्पताल में कैल्शियम व आयरन जैसी सामान्य दवाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। अस्पताल की ओपीडी में रोजाना दो हजार से ज्यादा लोग आते हैं। अस्पताल में मौजूद मेडिकल स्टोर से मरीजों को दवाएं मुफ्त में दी जाती हैं। इन दिनों अस्पताल में दवाओं की कमी देखी जा रही है। स्टोर में हड्डी रोग से संबंधित व त्वचा रोग से संबंधित कई तरह की दवाएं स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। साथ ही अस्पताल में कैल्शियम, विटामिन डी, आयरन आदि भी सामान्य दवाएं भी उपलब्ध नहीं है। दवा लेने आए श्याम सिंह ने बताया कि आयरन और कैल्शियम और बुखार की दवाओं की जरूरत थी। लेकिन कई दिन से चक्कर काटने के बाद भी नहीं मिल पाई है।
भविष्य मेडिकल स्टोर, एनआईटी-5
समय दोपहर 12 बजे
स्टोर के बाहर लोग दवाएं लेने के लिए खड़े दिखे। स्टोर की तरफ से गर्मी और धूप को देखते हुए लोगों की सहूलियत के लिए टैंट लगाया गया है। स्टोर के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क लगाकर खड़े दिखे। वहीं दुकान में जाने से पहले सभी के हाथ सेनेटाइज कराए जा रहे थे। बगैर मास्क के किसी को भी प्रवेश नहीं मिला था। स्टोर संचालक ने बताया कि लोग सबसे ज्यादा बुखार और बदन दर्द की दवाओं की मांग कर रहे हैं। हालांकि डॉक्टरों के पर्ची के आधार पर ही दवाएं दी जा रही हैं जिससे कि कोविड संक्रमितों के लिए जरूरी दवाओं की कमी ना हो। लेकिन इसके बावजूद लोग लाइने लगाकर पैरासीटामॉल, डोलो, फ्लू की दवाएं मांगने आ रहे हैं। लाइन में खड़े खेम चंद ने बताया कि जरूरत के लिए कोविड के दौरान ली जाने वाली दवाएं लेने आए हैं। लेकिन कहीं से नहीं मिली है इसलिए यहां आया हूं।
सुपर बाजार मेडिकल स्टोर, बीके चौक
समय सुबह 1 1बजे
मेडिल स्टोर पर लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी। दवाओं के लिए खड़े लोग सोशल डिस्टेंसिंग के बिना ही लंबी कतार लगाए खड़े दिखे। भीड़ थी- लोग खड़े हुए थे। स्टोर संचालक ने बताया कि सुबह से लोग दवाओं के लिए लंबी लाइन लगा लेते हैं। बुखार और बदन दर्द में इस्तेमाल होने वाली मेफकाइंड, फैबिफ्लू, डोलो, जिंक जैसी दवाओं की कमी होने लगी हैं। इसकी वजह है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोग पहले से दवाएं खरीदकर रख रहे हैं। कतार में खड़े सुनील ने बताया कि फैबिफ्लू लेने के लिए तीन दुकानों के चक्कर काट चुके हैं। कहीं दवा नहीं मिली। इसलिए यहां आए हैं।
सांई मेडिकल स्टोर, मोहना रोड
दोपहर - 01 बजे
कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है और लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ऐसा ही नजारा गुरुवार दोपहर एक बजे मोहना रोड स्थित सांई मेडिकल स्टोर पर देखने को मिला। जहां जैन कॉलोनी का राकेश खड़ा हुआ था और परिवार के सदस्यों के लिए बुखार व इंफेक्शन की दवाई मेडिकल स्टोर वाले से मांग रहा था, लेकिन मेडिकल स्टोर वाला बार-बार यही कह रहा था कि बुखार की दवाई बेहद कम आ रही है। लेकिन मेडिकल स्टोर वाले ने सोचते दवाई तो दे दी लेकिन उसका यह कहना था कि आने वाले समय में बुखार व विटामिन सी की दवाई आसानी से नहीं मिलेगी। इसी बीच खड़े हुए भूदेव भी मेडिकल स्टोर वाले को डोक्सीसाइक्लिन व लिमसी की पर्ची दिखा रहा था। वह बार-बार यही कह रहा था कि घर में सभी बीमार है।
सुभाष मेडिकल स्टोर, मोहना रोड, बल्लभगढ़
दोपहर 1ः30 बजे
पंजाब नेशनल बैंक के सामने सुभाष मेडिकल स्टोर पर कई लोग हाथ में पर्ची लिए हुए खड़े हुए थे। कोई टोसलीजुमेब मांग रहा था तो कोई रेमडेसिविर इंजेक्शन मांग रहा था। लेकिन दुकान सुभाष सभी को एक ही बात बोल रहा था कि इंजेक्शन नहीं है। खरीददार दुकानदार से यहां तक कह रहा था कि जितने पैसा चाहिए उतने पैसे ले लो बस केवल इंजेक्शन दे दो। उनके मरीज की जिंदगी खतरे में है, लेकिन दुकानदार सुभाष ने कहा कि उसने सभी दवाई के सभी बडे थोक विक्रेताओं से पता कर लिया है, लेकिन इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं। कुछ ही मिनटों बाद ज्योति मंगला भी सुभाष मेडिकल पर पहुंची, जहां उन्होंने भी रेमडेसिविर नामक इंजेक्शन मांगा लेकिन उन्हें भी बिना इंजेक्शन के ही लौटना पड़ा।
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