पलवल में सायरन बजते ही सतर्क हुए लोग
पलवल जिले में एक साथ सायरन बजने पर नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास लोगों को आपदा के समय सुरक्षित रहने का तरीका सिखाने के लिए किया गया। उपायुक्त डॉ. हरिश कुमार वशिष्ठ के नेतृत्व...

पलवल। जिले में बुधवार को शाम 4 बजे एक साथ सायरन बजते ही जिला सचिवालय समेत कई जगहों पर नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल शुरू हो गई। यह अभ्यास आम लोगों को आपदा की स्थिति में सतर्क और सुरक्षित रहने का तरीका सिखाने के लिए किया गया। जिला प्रशासन पलवल की ओर से यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार करवाई गई। उपायुक्त डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ के नेतृत्व में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस अभ्यास का आयोजन किया। मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को जांचना और मजबूत करना था। जैसे ही सायरन बजा, जिला सचिवालय में मौजूद सभी अधिकारी, कर्मचारी और आमजन तुरंत बाहर निकल आए।
चंद मिनटों में फायर ब्रिगेड की टीम पहुंच गई और इमारत में पानी का छिड़काव कर आग बुझाने की तैयारी दिखाई। साथ ही, रेस्क्यू टीम ने इमारत से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने की प्रक्रिया भी बखूबी निभाई। मॉक ड्रिल न केवल जिला सचिवालय में, बल्कि पलवल रेलवे स्टेशन और अन्य प्रमुख स्थानों पर भी आयोजित की गई। अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने बताया कि यह अभ्यास लोगों को यह सिखाने के लिए किया गया कि आपात स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) लागू कर दी है, जिससे आपदा के समय भ्रम कम हो और त्वरित कार्रवाई संभव हो सके। इस दौरान एसडीएम ज्योति, सीटीएम अप्रतिम सिंह और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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