गाजियाबाद में फैमिली आईडी बनाने का काम फिर से शुरू, क्या-क्या होंगे इसके फायदे
दिल्ली से सटे एनसीआर के गाजियाबाद जिले में रहने वालों के लिए अच्छी खबर है। नियोजन विभाग द्वारा यहां फैमिली आईडी बनाने का काम एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है। फैमिली आईडी बनवाने वाले लोगों को आधार कार्ड और राशन कार्ड की तरह एक नंबर जारी किया जाएगा, जिससे पूरे परिवार की पहचान की जा सकेगी।
दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में रहने वालों के लिए अच्छी खबर है। नियोजन विभाग द्वारा यहां फैमिली आईडी (परिवार पहचान पत्र) बनाने का काम एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है। फैमिली आईडी बनवाने वाले लोगों को आधार कार्ड और राशन कार्ड की तरह एक नंबर जारी किया जाएगा, जिससे पूरे परिवार की पहचान की जा सकेगी।
नियोजन विभाग ने एक परिवार एक पहचान योजना के तहत मार्च 2023 में फैमिली आईडी बनाने का कार्य शुरू किया था। आईडी बनाने के लिए 6690 आवेदन आए थे जिसमें ग्रामीण क्षेत्र से 950 और शहरी क्षेत्र 5740 लोगों ने फैमिली आईडी बनाने के लिए आवेदन किया था। नियोजन विभाग द्वारा 2332 लोगों की फैमिली आईडी बना दी गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण योजना को रोक दिया गया। नियोजन विभाग ने एक बार फिर से फैमिली आईडी बनाने का कार्य शुरू कर दिया।
फैमिली आईडी बनाने के लिए निवासियों को विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। जन सेवा केंद्र से आवेदन करने की सुविधा दी गई है। आवेदन के बाद जनसेवा केंद्र से फैमिली आईडी मिल जाएगी। इसके लिए परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड और आधार कार्ड से मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड होना आवश्यक है। नियोजन विभाग ने फैमिली आईडी बनाने के लिए एक पोर्टल बनाया है। इसी पोर्टल से ही आईडी बनाई जा सकेगी।
फैमिली आईडी बनने पर राशन कार्ड की तरह एक नंबर जारी किया जाएगा। यह नंबर पूरे परिवार की पहचान के रूप में काम करेगा।
लोगों को होगी आसानी
फैमिली आईडी जारी होने से शासन की योजनाएं लोगों तक पहुंचाने में आसानी रहेगी। लोगों को आय, जाति, मूल निवास सहित कई प्रमाण पत्र बनाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। परिवार के सभी सदस्यों को अलग-अलग आईडी दिखाने की बजाये फैमिली आईडी ही पहचान के लिए पर्याप्त होगी। राशन कार्ड की तर्ज पर ही फैमिली आईडी पर परिवार के सभी सदस्यों का पूरा ब्यौरा होगा। वहीं, जिन परिवारों को राशन कार्ड जारी किए जा चुके हैं, उनके लिए राशन कार्ड नंबर ही उनकी फैमिली आईडी के रूप में काम करेगा। राशन कार्ड धारकों को फैमिली आईडी बनाने की आवश्यक्ता नहीं है।
जिला अर्थ एवं सांख्याधिकारी राजीव कुमार श्रीवास्तव ने कहा, ''शासन के आदेश पर जिले के सभी लोगों की फैमिली आईडी बनाई जाएगी। इसके लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। फैमिली आईडी नंबर से परिवार के सभी सदस्यों की पहचान हो सकेगी।''