Hindi Newsएनसीआर न्यूज़fake policemen arrested for extorting money through honey trap in Delhi

हनीट्रैप में लोगों को फंसाकर करते थे वसूली, दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने तीन फर्जी पुलिसवालों को धर दबोचा

  • पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो महिलाओं सहित चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन नीरज और दीपक फरार थे। जिनकी गिरफ्तारी बुधवार को हो गई

Sourabh Jain पीटीआई, नई दिल्लीWed, 25 Dec 2024 07:47 PM
share Share
Follow Us on

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बुधवार को फर्जी पुलिसकर्मियों के एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया, जो हनी ट्रैप का जाल बिछाकर उसमें लोगों को फंसाते थे, और फिर उनसे जबरन वसूली करते थे। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से दिल्ली पुलिस के तीन फर्जी पहचान पत्र और दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रैंक की वर्दी भी बरामद की है। आरोपी बाहरी दिल्ली के कंझावला इलाके में वारदात को अंजाम देते थे।

इस बारे में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संजय भाटिया ने बताया, 'नीरज त्यागी उर्फ ​​धीरज उर्फ ​​धीरू (42 वर्ष) निवासी तिलक नगर, आशीष माथुर (31 वर्ष) निवासी कराला और दीपक उर्फ ​​साजन (30) निवासी खरखौदा को मंगलवार को बुध विहार नाला, मेन कंझावला रोड के पास से गिरफ्तार किया गया।'

भाटिया ने बताया कि नीरज और दीपक द्वारका जिले के बिंदापुर में हुए हनी ट्रैप के एक मामले में वांछित थे। उन्होंने बताया कि आगे की पूछताछ के लिए जब आरोपियों को क्राइम ब्रांच ऑफिस ले जाया गया, तो उन्होंने वहां हिरासत से भागने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।

एक अन्य अधिकारी ने इस गैंग की एक करतूत के बारे में बताते हुए कहा कि अगस्त 2024 में 60 साल के डॉक्टर से एक अज्ञात लड़की ने फोन पर संपर्क किया था। इसके बाद लड़की डॉक्टर से लगातार बात करने लगी और फिर कुछ दिनों बाद उसने यह कहकर डॉक्टर को अपने घर बुलाया कि उसकी मां बीमार है।

इसके बाद जब डॉक्टर लड़की के बताए पते पर पश्चिमी दिल्ली में जनकपुरी मेट्रो स्टेशन के पास पहुंचा, तो लड़की ने पहले उसके लिए नाश्ते का इंतजाम किया। और फिर अचानक उसके करीब पहुंचकर डॉक्टर के कपड़े खोलना शुरू कर देती है। इसी दौरान वहां चार लोग पहुंच जाते हैं, जिनमें से दो लोग पुलिस की वर्दी में होते हैं।

इसके बाद वह लड़की तो वहां से भाग जाती है, लेकिन ये चारों लोग डॉक्टर को पकड़ लेते हैं और उसे आपराधिक मामले में गिरफ्तार करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर देते हैं और उससे 9 लाख रुपए वसूल लेते हैं।

इस मामले में पीड़ित डॉक्टर ने बिंदापुर की स्थानीय पुलिस को घटना की सूचना देकर मामला दर्ज कराया था। भाटिया ने कहा कि तब दो महिलाओं सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन नीरज और दीपक फरार थे। जिनकी गिरफ्तारी बुधवार को हो गई।

अगला लेखऐप पर पढ़ें