Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Ex-scrap dealer and cab driver nabbed for mobile worth 1.8 cr heists and ATM theft in Delhi

दिल्ली में 1.8 करोड़ रुपए के फोन और पूरा का पूरा ATM चुराने वाले आरोपी गिरफ्तार, जानिए कौन निकले

पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार दूसरा आरोपी आसिफ, पहले टैक्सी ड्राइवर था, लेकिन साल 2014 में फरमान ने उसे अपने गिरोह में शामिल कर लिया। वह दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हत्या व चोरी सहित 5 आपराधिक मामलों में शामिल निकला।

Sourabh Jain पीटीआई, नई दिल्लीThu, 24 April 2025 08:03 PM
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दिल्ली में 1.8 करोड़ रुपए के फोन और पूरा का पूरा ATM चुराने वाले आरोपी गिरफ्तार, जानिए कौन निकले

दिल्ली पुलिस ने 1.8 करोड़ रुपए के मोबाइल फोन और पूरी की पूरी ATM चुराने के मामले में चोर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली से इन दोनों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने इस साल फरवरी और मार्च महीने में इन वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि उसने फरमान और उसके करीबी सहयोगी आसिफ को दिल्ली और उत्तर प्रदेश में चलाए गए अभियान के बाद गिरफ्तार किया। इस दौरान उनके कब्जे से चोरी की गई एटीएम मशीन, एक कार, एटीएम को छिपाने के लिए इस्तेमाल की गई काली पॉलीथीन शीट और चोरी में इस्तेमाल किए गए उपकरण भी बरामद कर लिए।

इस बारे में जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि दक्षिणी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एटीएम चोरी की जांच के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं। इस संबंध में 27 मार्च को मामला दर्ज किया गया था। आरोपियों की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि फरमान इस गैंग का लीडर है और वह आदतन अपराधी है, जिसका बीते करीब 21 सालों से आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।

पुलिस के अनुसार चोर गिरोह बनाने से पहले फरमान कोंडली में कबाड़ का कारोबार करता था और उसके खिलाफ दिल्ली, यूपी, राजस्थान और हरियाणा में हत्या, हत्या की कोशिश, चोरी और आर्म्स एक्ट उल्लंघन समेत अन्य अपराधों के कम से कम 25 मामले दर्ज हैं। 2018 में यूपी पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में उसे गोली भी लगी थी।

पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार दूसरा आरोपी आसिफ, पहले टैक्सी ड्राइवर था, लेकिन साल 2014 में फरमान ने उसे अपने गिरोह में शामिल कर लिया। वह दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हत्या व चोरी सहित पांच आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया।

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) रवि कुमार सिंह ने कहा, 'घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध दिखाई दिए और जांचकर्ताओं ने उन्हें पकड़ने के लिए तकनीकी निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया।' अधिकारी ने आगे बताया कि गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने कई अपराधों में अपनी मिलीभगत स्वीकार की। उन्होंने बताया कि फरवरी और मार्च में छावला, गाजीपुर और फरीदाबाद के मोबाइल शोरूम में सेंधमारी कर हुई चोरियों को भी उन्होंने अंजाम दिया था। इस दौरान उन्होंने 1.8 करोड़ रुपए कीमत के फोन चुराए थे।

उन्होंने गाजीपुर के एक कपड़ा शोरूम में चोरी और द्वारका में एटीएम चोरी की कोशिश की बात भी कबूल कर ली। पुलिस ने बताया कि इनके एक अन्य सहयोगी राजा और चोरी के फोन लेने वाले व्यक्ति की तलाश फिलहाल जारी है।

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