... तो रद हो सकती है जीत, परिणाम से पहले अब DU ने डूसू उम्मीदवारों से हलफनामा मांगा
दिल्ली विश्वविद्यालय ने छात्र संघ चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों से एक हलफनामे पर हस्ताक्षर करने को कहा है। हलफनामे के अनुसार, शर्तों का पालन न करने पर उम्मीदवार की जीत रद हो सकती है या उसे निर्वाचित पद से हटाया जा सकता है।
दिल्ली विश्वविद्यालय ने छात्र संघ चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों से एक हलफनामे पर हस्ताक्षर करने को कहा है, जिसमें वे परिणाम की घोषणा के बाद खुले और बंद परिसरों में ढोल, लाउडस्पीकर, पटाखे या पर्चे का इस्तेमाल नहीं करने की शपथ लेंगे।
हलफनामे में उम्मीदवारों को अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए रोड शो या रैलियां आयोजित करने पर भी रोक लगाई गई है। हलफनामे के अनुसार, इन शर्तों का पालन न करने पर उम्मीदवार की जीत रद्द हो सकती है या उसे निर्वाचित पद से हटाया जा सकता है। यह कदम मौजूदा चुनाव नियमों के अनुरूप है और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनावों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के संबंध में दिल्ली हाई कोर्ट में दायर मामले के बीच उठाया गया है।
उम्मीदवारों के पास रविवार तक मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय में हलफनामा जमा करने का समय है। हालांकि, सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय पैनल के पदों के लिए चुनाव लड़ रहे 21 उम्मीदवारों में से केवल 12 ने ही अब तक आवश्यक दस्तावेज जमा किए हैं। डूसू परिणाम मूल रूप से चुनाव के एक दिन बाद 28 सितंबर को घोषित किये जाने थे, लेकिन अदालत के आदेश के कारण इसमें लगभग दो महीने की देरी हो गई।
दिल्ली हाई कोर्ट ने चुनाव प्रचार के दौरान परिसर में फैलाई गई गंदगी को साफ किए जाने तक परिणामों की घोषणा पर रोक लगा दी थी। विश्वविद्यालय ने अदालत में स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी थी, लेकिन सफाई प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने के कारण इसमें देरी हुई। पहले 21 नवंबर को परिणाम की घोषणा होने वाली थी। अब परिणाम की घोषणा सोमवार को की जाएगी। विश्वविद्यालय परिणामों के बाद नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाएगा।