DND और फिल्म सिटी रोड होंगे जाम फ्री, लाखों वाहनों को राहत; नोएडा अथॉरिटी ने बनाया प्लान
डीएनडी और फिल्म सिटी रास्ते पर जाम में कमी लाने के लिए नोएडा प्राधिकरण जल्द काम शुरू कराने की तैयारी में है। प्राधिकरण की तरफ से एक एजेंसी की तरफ से कराए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट आ गई है। अब इसके आधार पर प्राधिकरण संबंधित काम के लिए टेंडर जारी करेगा।
डीएनडी और फिल्म सिटी रास्ते पर जाम में कमी लाने के लिए नोएडा प्राधिकरण जल्द काम शुरू कराने की तैयारी में है। प्राधिकरण की तरफ से एक एजेंसी की तरफ से कराए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट आ गई है। अब इसके आधार पर प्राधिकरण संबंधित काम के लिए टेंडर जारी करेगा। चिल्ला बॉर्डर से महामाया फ्लाईओवर और डीएनडी पर दिल्ली से आते समय रोजाना लंबा जाम लगता है। इस जाम में कमी लाने के लिए प्राधिकरण ने एक एजेंसी को सर्वे का जिम्मा कुछ महीने पहले दिया था। अब एजेंसी ने रिपोर्ट सौंप दी है।
सर्वे रिपोर्ट की प्राधिकरण के सीईओ के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया जा चुका है। रिपोर्ट में यह सामने आया है कि डीएनडी पर दिल्ली की तरफ से आने वाले वाहनों का व्यस्त समय में फंसने और जाम लगने का कारण सेक्टर-15 ए और 16 ए फिल्म सिटी का लूप संकरा होना और अधिक ट्रैफिक दबाव होना है। पहली योजना डीएनडी लूप को चौड़ा करने की प्रस्तावित की गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि लिंक रोड पर बने डीएनडी का पुल पार करने के बाद जहां से यह लूप शुरू होता है तब 7.8 मीटर चौड़ा होता है और सेक्टर-14 ए लिंक रोड पर उतरते समय इसकी चौड़ाई घटकर 5 मीटर ही बचती है। इसलिए लूप का रैंप 1.50 से 2 मीटर चौड़ा किए जाने की जरूरत है। लूप को चौड़ा करने के लिए बाएं तरफ बनी रिटेनिंग वॉल को तोड़कर चौड़ाई बढ़ाई जा सकती है। यह चौड़ाई आधे लूप से लेकर लिंक रोड तक बढ़ाई जानी होगी। इसमें करीब 2 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। यह विकल्प लंबे समय के लिए नहीं है। वाहनों की संख्या और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए फिल्म सिटी रास्ते पर बने डीएनडी पुल के बराबर में एक ओर पुल बनाए जाने की जरूरत है।
अक्सर लग जाता है जाम
एजेंसी की सर्वे रिपोर्ट में सामने आया है कि 24 घंटे में डीएनडी से करीब 6 लाख 50 हजार वाहन गुजरते हैं। इससे अक्सर जाम लग जाता है। इसमें नोएडा की तरफ आने वाले प्रति लाख वाहनों में करीब 60 हजार वाहन लूप से उतर एक्सप्रेसवे की ओर जाते हैं। प्रति एक लाख में 5625 वाहन चिल्ला बॉर्डर की ओर जाते हैं। इनके अलावा 36 हजार वाहन सीधे रजनीगंधा अंडरपास की ओर जाते हैं।