दिल्ली पुलिस ने 7600 गाड़ियों के चालान काटे, 65 को जब्त किया; ऐक्शन की क्या वजह
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पिछले दो महीनों में जाली एनईपी सर्टिफिकेट को लेकर 7600 से अधिक चालान जारी किए। इस अवधि में 65 कमर्शियल वाहनों को जब्त भी किया गया है। एनईपी का प्रयोग प्रतिबंधित समय में गाड़ियों की आवाजाही के लिए किया जाता है।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पिछले दो महीनों में जाली एनईपी सर्टिफिकेट को लेकर 7600 से अधिक चालान जारी किए। इस अवधि में 65 कमर्शियल वाहनों को जब्त भी किया गया है। एनईपी का प्रयोग प्रतिबंधित समय में गाड़ियों की आवाजाही के लिए किया जाता है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पिछले दो महीनों में जाली प्रवेश निषेध अनुमति (एनईपी) प्रमाण पत्रों के साथ प्रतिबंधित घंटों के दौरान दिल्ली में प्रवेश करने वाले 7600 से अधिक गाड़ियों के चालान काटे। इस दौरान 65 कमर्शियल वाहनों को जब्त भी किया गया।
दिल्ली पुलिस ट्रैफिक हेडक्वार्टर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सत्यवीर कटारा ने बताया कि एनईपी प्रमाणपत्रों के दुरुपयोग और कमर्शियल वाहनों की अवैध आवाजाही के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक शिकायतों में बढ़ोतरी को देखते हुए मार्च में एक प्रवर्तन दल का गठन किया गया। दल को शहर भर में कई प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया।
कटारा ने बताया कि पिछले दो महीनों में 7654 चालान जारी किए गए हैं। औचक निरीक्षण के दौरान 65 वाहन जब्त भी किए गए हैं। 30 अप्रैल को आउटर रिंग रोड पर मुकुंदपुर के पास एक हल्के मालवाहक वाहन को रोका गया। पुलिस ने बताया कि चालक द्वारा पेश किया गया एनईपी प्रमाण पत्र जाली पाया गया। इसे लेकर जहांगीरपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया। चालक लेख राज ने पुलिस को बताया कि वाहन मालिक मोहम्मद अजीम ने कथित तौर पर आजादपुर के सब्जी मंडी इलाके से 10000 रुपए में फर्जी प्रमाण पत्र खरीदा था।
7 मई को इसी तरह की एक घटना में रिंग रोड पर हनुमान मंदिर के पास एक हल्के मालवाहक वाहन के विंडशील्ड पर जाली एनईपी चिपका हुआ पाया गया। इसे लेकर कश्मीरी गेट थाने में मामला दर्ज किया गया। चालक कमलेश यादव ने बताया कि वाहन मालिक मोहम्मद आशिफ ने 10000 रुपए में प्रमाण पत्र बनवाया था। पुलिस ने बताया कि वाहन मालिकों और चालकों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा फर्जी एनईपी रैकेट के स्रोत और नेटवर्क का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।