Hindi Newsएनसीआर न्यूज़Delhi rain broke 27 years record delhi received five times more rainfall than normal next 3 days will be more heavy

Delhi Weather: दिल्ली में बारिश ने तोड़ा 27 साल का रिकॉर्ड, सामान्य से 5 गुना ज्यादा बरसे बादल; अगले 3 दिन और भारी

दिल्ली में शुक्रवार को हुई बारिश ने 27 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वर्ष 1997 से 2024 तक दिसंबर में कभी इतनी बारिश नहीं हुई है। 1997 में 71.8 मिमी बारिश हुई थी। सफदरजंग मौसम केंद्र में शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक 11.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। हिन्दुस्तानSat, 28 Dec 2024 05:35 AM
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दिल्ली में शुक्रवार को हुई बारिश ने 27 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वर्ष 1997 से 2024 तक दिसंबर में कभी इतनी बारिश नहीं हुई है। 1997 में 71.8 मिमी बारिश हुई थी। सफदरजंग मौसम केंद्र में शुक्रवार सुबह 8:30 बजे तक 11.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे के बीच 31.5 मिमी बारिश हुई।

दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में सामान्य तौर पर दिसंबर में 8.1 मिमी बारिश होती है, लेकिन शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे तक 42.7 मिमी बारिश दर्ज हुई। यह पांच गुना ज्यादा बारिश अभी तक हो चुकी है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 12 डिग्री रहने की संभावना है। सुबह समय हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिल सकता है। दिनभर बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। शनिवार के बाद बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी, लेकिन घने कोहरे की वापसी हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, मौसम की दो परिघटनाओं के मिलन से दिल्ली और आसपास के इलाके में दिसंबर महीने में इतनी ज्यादा बारिश हुई है। इस समय उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाके के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है। वहीं, दक्षिण पश्चिमी राजस्थान और आसपास के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है। इनके चलते उत्तर भार के एक बड़े हिस्से में बारिश दर्ज की जा रही है।

New Delhi: A woman being assisted by a police official while wading through a waterlogged road during rain near Pusa Road area.

दिल्ली में बारिश और पहाड़ों पर हिमपात से ठिठुरन बढ़ी

दिल्ली में गुरुवार आधी रात से हो रही लगातार बारिश और हिमाचल, उत्तराखंड में हिमपात की वजह से ठिठुरन बढ़ गई। शुक्रवार सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा, अधिकतम तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में गुरुवार मध्य रात्रि के बाद बिजली चमकने के साथ हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। सुबह से ज्यादातर जगहों पर हल्की बरसात होने लगी। सूरज न निकलने के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट हुई और अधिकतम तापमान 14.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से छह डिग्री कम है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री दर्ज किया गया था। यानी चौबीस घंटे में अधिकतम तापमान में लगभग 10 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो कि सामान्य से चार डिग्री ज्यादा है।

165 विमान सेवा प्रभावित

खराब मौसम और बारिश के कारण दिल्ली एयरपोर्ट से शुक्रवार को कई विमानों ने देरी से उड़ान भरी। दिल्ली के विभिन्न टर्मिनलों से 165 से ज्यादा विमानों ने देरी से उड़ान भरी। इनमें लगभग 140 उड़ान घरेलू रहीं और 25 अंतरराष्ट्रीय थीं। अधिकांश विमानों में देरी का समय 30 मिनट से तीन घंटे तक का रहा।

विशालकाय पेड़ गिरा, जलभराव से रफ्तार थमी

महरौली इलाके में अरविंदो मार्ग स्थित टीबी अस्पताल के पास के विशालकाय पेड़ बीच सड़क पर गिर गया। इसकी चपेट में आने से एक ऑटो रिक्शा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते घंटों तक यातायात प्रभावित रहा। वहीं, दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित राजा धीर सेन मार्ग पर भी दोपहर करीब 12 बजे एक विशालकाय पेड़ गिर गया, जिससे सड़क पर लंबा जाम लग गया। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बारिश होने का असर यातायात पर भी देखने को मिला। विभिन्न इलाकों में जलभराव होने से वाहन जाम में फंसे रहे।

सुधार के बाद भी प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर श्रेणी में रहा

दिल्ली में शुक्रवार को दिनभर की बारिश के बाद भी प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर श्रेणी में रहा। वहीं, तीन इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर दर्ज किया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो दिनों के बीच प्रदूषक कण काफी हद तक साफ होंगे और लोग स्वच्छ हवा में सांस ले सकेंगे।

हवा की रफ्तार कम होने के चलते दिल्ली के लोग लगभग 10 दिनों से प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं। 16 दिसंबर के बाद से छह दिन ऐसे रहे हैं, जब एक्यूआई 400 से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में रहा। हवा में मौजूद प्रदूषण के चलते केन्द्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को ग्रैप-4 की पाबंदियां लगानी पड़ी थी। शुक्रवार सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 371 अंक पर था। शाम को चार बजे यह सुधरकर 353 अंक हो गया। चिंता की बात यह है कि तीन इलाकों का सूचकांक शुक्रवार शाम चार बजे 400 के पार यानी गंभीर श्रेणी में रहा। इसमें नेहरू नगर, ओखला फेज दो और सिरीफोर्ट जैसे रिहायशी इलाके शामिल हैं।

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