दशहरे के बाद खराब श्रेणी में पहुंची दिल्ली की हवा, इस हफ्ते कैसा रहेगा एक्यूआई?
दशहरे के बाद दिल्ली की हवा एकबार फिर खराब श्रेणी में पहुंच गई। सीपीसीबी ने बताया कि दिल्ली में शाम 6:31 बजे एक्यूआई 224 अंकों के साथ मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अच्छे मानसून के चलते मिली साफ हवा की सौगात अब समाप्त होती नजर आ रही है। दशहरे के बाद रविवार को दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का एक्यूआई 200 के ऊपर दर्ज किया गया है। विशेषज्ञों की मानें तो हवा की गति बढ़ने से सोमवार को वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम श्रेणी में आ सकता है। लेकिन, प्रदूषण के स्तर में फिर से बढ़ोतरी होने की आशंका है। अगले हफ्ते भर के दौरान हवा मध्यम से खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।
दिल्ली वालों के लिए अब प्रदूषित हवा वाले दिन शुरू होते हुए दिख रहे हैं। दरअसल, इस बार मानसून के मौसम में अच्छी बारिश हुई थी और मानसून की परिस्थितियां भी दिल्ली में दो अक्तूबर तक बनी हुई थी। मानसून के ज्यादा दिनों तक दिल्ली में रहने का असर साफ हवा के तौर पर देखने को मिल रहा था। लेकिन, अब दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। माना जा रहा है कि दशहरे में हुए पुतला दहन और आतिशबाजी के बाद हवा में प्रदूषक कणों में बढ़ोतरी हुई है।
शनिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 155 के अंक पर रहा था। लेकिन, रविवार को इसमें तेज बढ़ोतरी हुई और औसत सूचकांक 224 के अंक पर पहुंच गया। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। सिर्फ चौबीस घंटे के अंदर वायु गुणवत्ता सूचकांक में 69 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के आनंद विहार इलाके की हवा सबसे खराब श्रेणी में रही। यहां का सूचकांक 377 के अंक पर यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी ने बताया कि दिल्ली में शाम 6:31 बजे एक्यूआई 224 अंकों के साथ मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया। बता दें कि शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच के एक्यूआई को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच के एक्यूआई को मध्यम जबकि 201 से 300 के बीच के एक्यूआई को खराब, 301 से 400 के बीच के एक्यूआई को बहुत खराब और 401 से 500 के बीच के एक्यूआई को गंभीर माना जाता है।
मानकों के मुताबिक हवा में पीएम 10 कणों का स्तर 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 कणों का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे रहने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। सीपीसीबी के मुताबिक रविवार की शाम पांच बजे दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 कणों का औसत स्तर 204 और पीएम 2.5 कणों का औसत स्तर 95.4 पर रहा। यानी हवा में प्रदूषक कणों का स्तर सामान्य से लगभग दोगुना रहा। सीपीसीबी के पास मौजूद प्रदूषण के आंकड़ों पर नजर डालें तो लगभग चार महीनों में प्रदूषित हवा वाला यह दूसरा दिन है।