Hindi Newsएनसीआर न्यूज़delhi police crime branch arrests gang involved in illegal trade of international brand cigarettes

नुकसान नहीं करेगी, दावा कर बेचते थे इंटरनेशनल ब्रांड की सिगरेट, दिल्ली में गिरोह अरेस्ट

दिल्ली पुलिस की क्राइम ने इंटरनेशन ब्रांड के सिगरेट रैकेट को ऑपरेट कर रहे एक सिंडिकेट का पर्दाफाश किया। गिरोह युवाओं को गुमराह कर उन्हें ऊंची कीमतों पर कथित इंटरनेशन ब्रांड की इन सिगरेट को बेचता था।

Krishna Bihari Singh भाषा, नई दिल्लीSun, 15 Dec 2024 10:57 PM
share Share
Follow Us on
नुकसान नहीं करेगी, दावा कर बेचते थे इंटरनेशनल ब्रांड की सिगरेट, दिल्ली में गिरोह अरेस्ट

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इंटरनेशनल ब्रांड की सिगरेट के अवैध कारोबार में शामिल एक सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों अनस (32), साकिब (32), समीर उर रहमान (23) और सागर हसवानी (45) को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 66 लाख रुपये की अवैध सिगरेट बरामद की हैं। सिंडिकेट के निशाने पर युवा होते थे। गिरोह के लोग युवाओं को यह कह कर ऊंची कीमतों पर सिगरेट बेचते थे कि इसकी क्वालिटी खास है जो स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं डालती है।

खुफिया इनपुट पर ऐक्शन

पुलिस उपायुक्त (क्राइम) संजय कुमार सेन ने बताया कि दिल्‍ली में अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के सिगरेट का अवैध रैकेट चलने की सूचना मिली थी। इसके सदस्यों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल (आईएससी) की टीम का गठन किया गया। गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने दिल्ली के लाहौरी गेट इलाके में दो जगहों पर छापेमारी की।

ताबड़तोड़ दो छापेमारी

पहली छापेमारी में कटरा हिद्दू क्षेत्र के एक गोदाम में की गई। पुलिस की इस रेड में एक इंटरनेशन ब्रांड की 4.70 लाख सिगरेट जबकि दूसरे ब्रांड की 80 हजार सिगरेट बरामद की। पुलिस ने इस रेड में अनस और साकिब को दबोचा। दूसरी छापेमारी समोसे वाली गली स्थित एक इमारत पर की गई। पुलिस ने समीर उर रहमान की दुकान से एक लाख सिगरेट जब्त की। पुलिस ने समीर उर रहमान को दबोच लिया।

युवा और किशोरों को बनाते थे निशाना

बाद में एक और आरोपी सागर हसवानी दबोचा गया। आरोपियों के पास से 6.50 लाख सिगरेट स्टिक बरामद हुईं। बाजार में इनकी कीमत 66 लाख रुपये से अधिक की आंकी गई है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे की जांच कर रही है। आरोपी गुवाहाटी (असम) से सिगरेट लाकर दिल्ली में बेचते थे। इन के निशाने पर युवा और किशोर होते थे।

गुवाहाटी से जुड़े तार

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस रैकेट के तार गुवाहाटी (असम) से जुड़े हुए हैं। इस विदेशी सिगरेट पर चेतावनी नहीं होती कि यह सिगरेट स्वास्थ्य के लिए कितनी घातक है, जिसकी वजह से गिरोह के लोग युवाओं को गुमराह करते हैं कि यह सिगरेट स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं डालती। आरोपी युवाओं को बरगलाकर सिगरेट को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। इस तरह की सिगरेट की बिक्री अवैध है। पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश कर एक बड़े नेक्सस को तोड़ा है। यह सिंडिकेट स‍िगरेट की खेप गुवाहाटी से लाता था। इसके बाद दिल्‍ली में सप्लाई कर दी जाती थी।

(हिन्दुस्तान संवाददाता का इनपुट भी शामिल)

अगला लेखऐप पर पढ़ें