गांव बुलाकर दोस्त को मार डाला, उसकी पत्नी लेकर भाग गया; 25 साल बाद पुलिस को इस हाल में मिला कातिल
दिल्ली पुलिस ने 25 साल बाद हत्या के एक आरोपी को पकड़ लिया है। आरोपी की पहचान अजय कुमार दहिया के तौर पर हुई है। उसने 2000 में कथित तौर पर अपने दोस्त की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसकी पत्नी के साथ भाग गया।
दिल्ली पुलिस ने 25 साल बाद हत्या के एक आरोपी को पकड़ लिया है। आरोपी की पहचान अजय कुमार दहिया के तौर पर हुई है। उसने 2000 में कथित तौर पर अपने दोस्त की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसकी पत्नी के साथ भाग गया। हालांकि, उनका रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला। दहिया फरार था। घटना के बाद वह पंचकूला चला गया और शादी कर ली। अगले 25 सालों तक वह पुलिस की नजरों से दूर रहने के लिए अपने परिवार को कई जगहों पर ले जाता रहा। उसने कई बार अपनी पहचान बदली। इस हफ्ते उसकी किस्मत खराब थी जिसके कारण वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस ने 59 साल के दहिया को हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर बसे काला अंब कस्बे से गिरफ्तार किया, जहां वह चाय बेच रहा था। डीसीपी (क्राइम ब्रांच) सतीश कुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच की एक टीम ने दहिया को गिरफ्तार किया, जो दो दशक से भी ज्यादा समय से पुलिस की पकड़ से दूर था। केस के बारे में बताते हुए डीसीपी ने बताया कि कृष्णा सेठी नाम की महिला ने एक जुलाई 2000 को अपनी बहू के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
डीसीपी ने बताया, 'महिला को शक था कि उसकी बहू का अजय कुमार दहिया नाम के व्यक्ति से संबंध है और उन दोनों ने मिलकर उनके बेटे अश्वनी सेठी की हत्या कर दी है।' इसके बाद अश्वनी का शव हरियाणा के झज्जर में दहिया के गांव बिरधाना में मिला जिसकी गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'दहिया ने अश्वनी को अपने गांव बुलाया और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।' आरोपी और मृतक दोस्त हुआ करते थे।
डीसीपी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'मृतक दहिया का ऑटो चलाता था। इस कारण वे करीबी दोस्त बन गए।' इसके बाद दहिया को अश्वनी की पत्नी सरोज से प्यार हो गया। पुलिस ने बताया कि अश्वनी को कुछ गड़बड़ लगी, इसलिए दहिया ने उससे छुटकारा पाने का फैसला किया। दहिया और सरोज पहले हिमाचल प्रदेश के बद्दी में छिपे थे, जहां उसने मजदूर के तौर पर काम किया। वह अक्सर सरोज से झगड़ा करता था, इसलिए उसने 5-6 महीने में उसे छोड़ दिया।