राजधानी पर जारी है प्रदूषण की मार, आज 371 AQI; दिल्ली आने-जाने वाली 14 से ज्यादा ट्रेनें लेट
दिल्ली के लोग गैस चैंबर में रहने को मजबूर हैं। जहरीली हवा में सांसलेने की वजह से उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में आ गई है।
दिल्ली के लोग गैस चैंबर में रहने को मजबूर हैं। जहरीली हवा में सांसलेने की वजह से उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि प्रदूषण से हल्की राहत मिली है। दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में आ गई है। शुक्रवार सुबह की शुरुआत धुंध और धुएं की लेयर के साथ हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 371 दर्ज किया गया जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। इसमें पार्टिकुलेट मैटर 2.5 (PM2.5) प्रमुख प्रदूषक है।
सुबह 6:30 बजे, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कानपुर और बेंगलुरु हवाई अड्डों पर विजिबिलिटी 300 मीटर से कम बताई। उत्तर प्रदेश के वाराणसी और गोरखपुर हवाई अड्डों पर भी विजिबिलिटी 400 मीटर से कम रही। जिसका सीधा असर रेलवे पर पड़ा है। दिल्ली आने-जाने वाली 14 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जबकि 11 का समय बदला गया है। वहीं आस-पास के इलाकों- गुरुग्राम (298), गाजियाबाद (291), फरीदाबाद (243), नोएडा (253) और ग्रेटर नोएडा (212) एक्यूआई खराब स्तर पर रहा।
प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) ने शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर 'रात में सफाई' और सड़कों की सफाई की। एक हफ्ते तक प्रदूषण 'गंभीर' स्तर पर रहने के बाद, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार आया है, लेकिन यह अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में है। जहरीली हवा के मद्देनजर, दिल्ली सरकार नागरिकों को प्रदूषित हवा के संपर्क में आने से बचाने के लिए घर से काम करने और ऑनलाइन क्लास जैसे कई उपाय कर रही है।
आईएमडी के अनुसार दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से 2.1 डिग्री कम है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह नौ बजे राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 376 दर्ज किया गया।