मुस्तफाबाद हादसे में 3 बच्चों समेत 11 लोगों की मौत, 5 घायल, CM रेखा गुप्ता ने दिए जांच के आदेश
- हादसे के बाद 22 लोग मलबे के नीचे दब गए थे जिनमें कई बच्चे भी शामिल थे। हादसा शनिवार सुबह 3 बजे के करीब हुआ।

मुस्तफाबाद में शनिवार तड़के इमारत ढहने से कुल 11 लोगों की मौत हो गई है जबकि पांच घायल बताए जा रहे हैं। वहीं अन्य लोगों को डिस्चार्ज दे दिया गया है। इस हादसे के बाद 22 लोग मलबे के नीचे दब गए थे जिनमें कई बच्चे भी शामिल थे। हादसा शनिवार सुबह 3 बजे के करीब हुआ। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ समेत कई एजेंसियां मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। ये रेस्क्यू ऑपरेशन शनिवार को शाम करीब 4 बजे तक चलता रहा। मलबे से सभी 22 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है जिनमें 11 लोगों की मौत पुष्टि हुई है।
ढहने वाली इमारत के सामने वाली बिल्डिंग में रहने वाले एक शख्स ने बताया था कि बिल्डिंग ढही तो उन्हें तेज धमाके जैसी एक आवाज सुनाई दी थी। उन्होंने मलबे में सात-आठ साल की बच्ची को तड़पते हुए देखा था। इसके तुरंत बाद वह और अन्य कुछ लोग मलबे में पहुंचे और पहले लड़की और फिर एक लड़के को बाहर निकाला। बाद में रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
पुलिस ने कहा कि तड़के करीब तीन बजकर दो मिनट पर दयालपुर थाने में इमारत ढहने की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस की एक टीम शक्ति विहार की गली नंबर-1 पहुंची, जहां चार मंजिला इमारत ढही थी। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) और एम्बुलेंस सेवाओं की बचाव टीमों को तुरंत मौके पर भेजा गया।
पुलिस ने बताया कि इमारत ढहने के बाद करीब 22 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका थी। अब तक 15 लोगों को निकाला गया है और उन्हें जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है, जहां चिकित्सकों ने चार को मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि छह लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जबकि पांच का इलाज जारी है। एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहिदी ने बताया, “हम इसे ‘पैनकेक कोलैप्स’ कहते हैं - ढहने का एक खतरनाक प्रकार जिसमें बचने की संभावना न्यूनतम होती है। फिर भी, हमें उम्मीद है कि लोग जिंदा होंगे और हम सक्रिय रूप से उनकी तलाश कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि मलबा हटाने का काम धीरे-धीरे किया जा रहा था क्योंकि यह अत्यधिक भीड़भाड़ वाला क्षेत्र है, जिससे बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण हो गया है।
सीएम रेखा गुप्ता ने क्या कहा?
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इमारत ढहने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि एजेंसियां बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, सभी घायलों के उचित उपचार की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मुस्तफाबाद में इमारत ढहने की दुखद घटना से बहुत दुख हुआ। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” गुप्ता ने कहा, “इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें तथा शोकाकुल परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, मैं सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव कार्यों में प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करने की अपील करता हूं।
भाषा से इनपुट