सावधान! दिल्ली मेट्रो में जमकर हो रही चोरी; इस साल अब तक 4 हजार मामले
चोरी के इन मामलों में यात्रियों और मेट्रो कर्मचारियों की जेब काटना, मोबाइल फोन, पर्स या अन्य कीमती सामान गायब होना शामिल है।
दिल्ली मेट्रो में पिछले साल की तुलना में कम से कम 242 मामलों की वृद्धि के साथ इस साल अब तक 3,952 चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल आठ सितंबर तक दिल्ली मेट्रो में चोरी के कम से कम 3,709 मामले दर्ज किए गए थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चोरी के इन मामलों में यात्रियों और मेट्रो कर्मचारियों की जेब काटना, मोबाइल फोन, पर्स या अन्य कीमती सामान गायब होना शामिल है। मेट्रो संपत्तियों की चोरी भी इन्हीं आंकड़ों में दर्ज है।
आंकड़ों के अनुसार, 3,952 प्रकरणों में से चोरी के कम से कम 3,898 मामले ‘ई-एफआईआर’ के माध्यम से दर्ज किए गए और उनमें से 548 मामलों को इस साल आठ सितंबर तक सुलझा लिया गया। आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में इसी अवधि में 3,709 प्रकरणों में से चोरी के कम से कम 3,648 मामले ‘ई-प्राथमिकी’ के माध्यम से दर्ज किए गए और उनमें से 1,471 मामलों को हल कर लिया गया। आंकड़ों के अनुसार इस साल आठ सितंबर तक दिल्ली मेट्रो परिसर से मोटर वाहन चोरी के कम से कम 81 मामले हैं और पिछले साल इसी अवधि में 72 मामले दर्ज किए गए। इस साल आठ सितंबर तक 2024 में कम से कम 56 और 2023 में 61 मामले सुलझाए जा चुके हैं।
इस साल आठ सितंबर तक कम से कम 11 सेंधमारी के मामले सामने आए हैं। जबकि 2023 में दिल्ली मेट्रो के परिसर में सेंधमारी के सिर्फ तीन मामले सामने आए। आंकड़ों के अनुसार इस साल आठ सितंबर तक लूट के कम से कम तीन मामले दर्ज किए गए और उनमें से दो को सुलझा लिया गया है। पिछले साल इसी अवधि में लूट के दो मामले दर्ज किए गए थे और दोनों को सुलझा लिया गया था। पिछले वर्ष आठ सितंबर तक डकैती के कम से कम पांच मामले दर्ज किए गए और उनमें से चार को सुलझा लिया गया है, जबकि 2023 में इसी अवधि में सेंधमारी का केवल एक मामला दर्ज किया गया था।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के पास है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) भी यात्रियों की आवाजाही के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने और प्रबंधित करने के लिए ‘प्लेटफॉर्म’ पर अपने सुरक्षा गार्ड तैनात करता है। दिल्ली के 190 मेट्रो स्टेशनों के लिए 16 मेट्रो पुलिस थाने हैं, दिल्ली पुलिस के जवान मेट्रो ट्रेनों और उसके परिसर में गश्त करते हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मेट्रो पुलिस, डीएमआरसी और सीआईएसएफ के साथ मिलकर मेट्रो को सुरक्षित रखने के लिए समय-समय पर सुरक्षा उपाय करती है।