दिल्ली के मुस्तफाबाद में बिल्डिंग हादसे की मजिस्ट्रेट करेंगे जांच, 15 दिन में देनी होगी रिपोर्ट
मुस्तफाबाद के दयालपुर इलाके में 4 मंजिला इमारत के गिरने की घटना की व्यापक मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रिपोर्ट सब्मिट करने की डेडलाइन भी तय कर दी है।

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुस्तफाबाद के दयालपुर इलाके में 4 मंजिला इमारत के गिरने की घटना की व्यापक मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना में 11 लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई थी। कई अन्य घायल हो गए थे। उत्तर पूर्वी दिल्ली के जिलाधिकारी इमारत ढहने की परिस्थितियों जैसे विभिन्न पहलुओं की जांच करेंगे। इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराएंगे।
आधिकारिक बयान के अनुसार, दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने मुस्तफाबाद (दयालपुर) में आवासीय इमारत ढहने की घटना के व्यापक मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट 15 दिनों में प्रस्तुत की जाएगी। एलजी ने किसी भी तरह की चूक के लिए फील्ड स्तर के अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के निर्देश भी दिल्ली नगर निगम को दिए।
उपराज्यपाल ने कहा कि इमारत ढहने के कारणों के सभी तथ्यों की गहनता से जांच की जाए और घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी तरह की कोताही को सामने लाया जाए ताकि, उन वजहों का पूरी तरह से खुलासा हो जिनकी वजह से यह घटना हुई है। उपराज्यपाल ने उत्तर पूर्वी जिला मजिस्ट्रेट को आवासीय इमारत ढहने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच सौंपी है।
एलजी ने पंद्रह दिनों के भीतर घटना पर विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। जांच में इमारत ढहने के कारणों, इसमें हुई चूक, इमारत के निर्माण और इसकी देख-रेख में शामिल व्यक्तियों व संस्थाओं की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
यह दुखद घटना 19 अप्रैल की सुबह उत्तर-पूर्वी दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनी शक्ति विहार की गली नंबर 1, डी-26 में हुई। करीब 20 साल पुरानी यह इमारत उस समय ढह गई जब लोग सो रहे थे।
शुरुआती छानबीन से पता चलता है कि अनधिकृत निर्माण भी हादसे की संभावित वजह था। एमसीडी को निर्देश दिया गया है कि वे क्षेत्र स्तर के अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करें। क्षेत्र के सर्वेक्षण से पता चला है कि कई इमारतें पांच से छह मंजिला हैं, जो सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन हैं।