केजरीवाल से हजार गुना बेहतर हैं आतिशी, LG ने की दिल्ली के CM की तारीफ
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के सीएम की प्रशंसा की। एक समारोह में एलजी ने सीएम आतिशी की तरफ देखते हुए कहा कि वह अपने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल से हजार गुना बेहतर हैं। एलजी और आप सरकार के संबंधों को देखते हुए आतिशी की प्रशंसा करना किसी हैरानी से कम नहीं है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के सीएम की प्रशंसा की। एक समारोह में एलजी ने सीएम आतिशी की तरफ देखते हुए कहा कि वह अपने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल से हजार गुना बेहतर हैं। एलजी और आप सरकार के बीच के संबंध को देखते हुए आतिशी की प्रशंसा करना किसी हैरानी से कम नहीं है।
इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री आतिशी, दोनों पहुंचे थे। वहां मौजूद छात्राओं को संबोधित करते हुए एलजी ने आतिशी की प्रशंसा की। उपराज्यपाल ने कहा कि आतिशी अपने पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल से हजार गुना बेहतर हैं।
उपराज्यपाल ने कहा, "मुझे आज खुशी है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री एक महिला हैं। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि वह अपनी पूर्ववर्ती से हजार गुना बेहतर हैं।" यह टिप्पणी करते समय उपराज्यपाल ने आतिशी पर नजर भी डाली।
अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने छात्राओं से कहा, "जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, आपके पास चार जिम्मेदारियां होती हैं। पहली आपकी खुद के प्रति जिम्मेदारी है, दूसरी आपके माता-पिता और परिवार के प्रति आपकी जिम्मेदारी है जबकि तीसरी जिम्मेदारी समाज और राष्ट्र निर्माण के प्रति है।"
उन्होंने कहा कि चौथी जिम्मेदारी खुद को ऐसी महिला के रूप में साबित करना है, जिसने लिंग के बंधन को तोड़ दिया है। एक ऐसी महिला जो सभी क्षेत्रों में दूसरों के बराबर खड़ी हो गई है।
दरअसल, दिल्ली के उपराज्यपाल और आप सरकार के बीच अक्सर विवाद सामने आते रहते हैं। ऐसे में उपराज्यपाल द्वारा आतिशी की प्रशंसा करना किसी हैरानी से कम नहीं है। केजरीवाल द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आप सरकार और उपराज्यपाल कई मुद्दों पर एक-दूसरे केआमने-सामने हैं।
केजरीवाल ने कहा था कि वह अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर जनता से ईमानदारी का प्रमाण पत्र मांगेंगे। अगर जनता उन्हें ईमानदार घोषित करेगी तभी वह दोबारा मुख्यमंत्री के पद पर बैठेंगे। केजरीवाल ने विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी का नाम प्रस्तावित किया था, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया था।