दिल्लीवालों को रेखा गुप्ता सरकार की एक और सौगात, 3000 जगहों पर 24 घंटे मिलेगी यह खास सुविधा
दिल्ली के लोगों को गर्मी से बचाने के लिए रेखा गुप्ता सरकार ने एक और कदम उठाया है। वाटर मिनिस्टर प्रवेश वर्मा ने बताया कि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि गर्मी के इस मौसम में दिल्ली में कोई भी प्यासा न रहे।

दिल्ली के लोगों को गर्मी से बचाने के लिए रेखा गुप्ता सरकार ने एक और कदम उठाया है। वाटर मिनिस्टर प्रवेश वर्मा ने बताया कि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि गर्मी के इस मौसम में दिल्ली में कोई भी प्यासा न रहे।
दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने गुरुवार को कहा कि लोगों को स्वच्छ और ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में 3000 स्मार्ट वाटर डिस्पेंसर लगाए जाएंगे। वर्मा ने सरकार की समर ऐक्शन प्लान के तहत कश्मीरी गेट अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर ऐसे ही एक वाटर डिस्पेंसर को लॉन्च करते हुए यह घोषणा की।
वर्मा ने कहा, "हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दिल्ली में कोई भी प्यासा न रहे। यह स्मार्ट वाटर डिस्पेंसर मशीन केवल एक तकनीकी समाधान नहीं है, बल्कि जनसेवा की भावना से जुड़ी एक परिवर्तनकारी पहल है। आने वाले महीनों में दिल्ली के प्रमुख स्थानों पर ऐसी मशीनें लगाई जाएंगी, ताकि हर नागरिक को मुफ्त, स्वच्छ और ठंडा पानी उपलब्ध कराया जा सके।"
इस परियोजना को दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) ढांचे के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है। वर्मा ने इस मशीन के कामकाज का निरीक्षण किया। साथ ही अधिकारियों को चरणबद्ध तरीके से पूरे शहर में ऐसी ही मशीनें लगाने का निर्देश दिया।वर्मा ने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह स्मार्ट वाटर डिस्पेंसिंग मशीन जनता को चौबीसों घंटे ठंडा, शुद्ध और सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में दिल्ली सरकार की समर ऐक्शन प्लान की घोषणा की थी। इस प्लान में सभी विभागों द्वारा किए जाने वाले कई उपाय शामिल हैं। जैसे बस क्यू शेल्टर में पीने का ठंडा पानी उपलब्ध कराना और दैनिक यात्रियों के लिए कोल्ड रूफ शेल्टर उपलब्ध करवाना।
अधिकारियों के अनुसार, इन स्मार्ट वाटर डिस्पेंसर में आरओ फिल्टर किए गए स्वच्छ और ठंडा पेयजल प्रति घंटे 100 लीटर उपलब्ध कराने की क्षमता है। इसकी कुल क्षमता प्रतिदिन 800 लीटर है। इन वाटर कूलर में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) सिस्टम भी बनाया जाएगा, जो आने-जाने वालों की निगरानी करने के लिए एक कैमरे से जुड़ा होगा।