दिल्ली में लगातार तीसरे दिन डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल, एम्स में 85 फीसदी घटी सर्जरी
डॉक्टरों के संगठन फोरडा की ओर से अपनी हड़ताल वापस लेने की घोषणा के बावजूद दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही। इस हड़ताल का दिल्ली के अस्पतालों पर कैसा रहा असर जानने के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट...
डॉक्टरों के संगठन फोरडा (FORDA) की ओर से अपनी हड़ताल वापस लेने की घोषणा के बावजूद दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में बुधवार को लगातार तीसरे दिन में डॉक्टरों की हड़ताल जारी रही। केंद्र सरकार द्वारा संचालित एम्स-दिल्ली, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) और अन्य रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉक्टरों ने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि चिकित्सा कर्मियों पर हमलों को रोकने के लिए केंद्रीय कानून लागू नहीं हो जाता और कोई ठोस समाधान नहीं मिल जाता।
एम्स दिल्ली और सफदरजंग अस्पताल में ज्यादा असर
दिल्ली में बुधवार को एम्स, वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया और इंदिरा गांधी अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने लगातार तीसरे दिन हड़ताल जारी रखी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 13 बड़े सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर रहे। इससे मरीज इलाज के लिए दर-दर भटकते नजर आए।
भटकते नजर आए मरीज
हड़ताल के चलते विभिन्न अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर ओपीडी, वार्ड और ऑपरेशन थियेटर में डॉक्टरों ने काम बंद रखा। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इमरजेंसी के साथ ही ऑपरेशन थिएटर चालू रहे। हालांकि सेवाओं में भारी कमी दर्ज की गई। दिल्ली में हड़ताल का सबसे अधिक असर एम्स दिल्ली और सफदरजंग अस्पताल में देखने को मिला। दोनों ही अस्पतालों में मरीज इलाके के लिए भटकते नजर आए।
दिल्ली एम्स का हाल
रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल का ज्यादा असर दिल्ली एम्स पर देखा गया। एम्स दिल्ली में ऑपरेशन थियेटर सेवाओं में 85 फीसदी की कमी देखी जबकि एडमिशन में 65 फीसदी की कमी रही। एम्स के ओपीडी सेवाओं में 55 फीसदी की कमी देखी गई। वहीं लैब सेवाओं में 20 प्रतिशत, रेडियोलॉजिकल जांच में 40 फीसदी की कमी देखी गई। न्यूक्लियर मेडिसिन में 20 प्रतिशत की कमी आई। एम्स की ओर से जारी बयान के अनुसार, आपातकालीन सेवाएं और गहन चिकित्सा इकाइयां (आईसीयू) सामान्य रूप से काम कर रही हैं।
पसीजा दिल, इन अस्पतालों ने वापस ली हड़ताल
हालांकि हड़ताल के बीच भी दिल्ली के इहबास, ईएसआईसी अस्पताल और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कुछ डॉक्टर कुछ मरीजों की हालत देखकर स्वेच्छा से वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ ओपीडी पहुंचे। हालांकि इनकी हड़ताल जारी है। वहीं गुरु तेग बहादुर अस्पताल और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और अन्य संबंधित अस्पतालों के डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है।