जाट के बदले जाट; कैलाश गहलोत की जगह अब राघवेंद्र को मंत्री बनाएगी AAP
आप नेता राघवेंद्र शौकीन दिल्ली कैबिनेट के नए मंत्री बनेंगे। राघवेंद्र शौकीन नांगलोई जाट से विधायक हैं। कैलाश गहलोत के इस्तीफे के दिल्ली कैबिनेट में एक पद खाली हुआ है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पार्टियों में आवागमन तेज हो गया है। कल आम आदमी पार्टी के नेता कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दिया और आज वो बीजेपी में शामिल हो गए। हालांकि कल तक यह खबर थी कि कैलाश गहलोत द्वारा निभाई जाने वाली जिम्मेदारियां सीएम आतिशी निभाएंगी, लेकिन अब नया नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि आप नेता राघवेंद्र शौकीन दिल्ली कैबिनेट के नए मंत्री बनेंगे। रघुविंदर शौकीन नांगलोई जाट से विधायक हैं। कैलाश गहलोत के इस्तीफे के दिल्ली कैबिनेट में एक पद खाली हुआ है।
दो बार विधायक और दो बार काउंसलर रहे
राघवेंद्र शौकीन दिल्ली की नांगलोई जाट विधानसभा से सदस्य हैं। आप नेता मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी कि दिल्ली की कैबिनेट में राघवेंद्र शौकीन नए मंत्री होंगे। राघवेंद्र जाट समुदाय से हैं। राजनीति में आने से पहले इन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद राजनीति में आए और अब तक नांगलोई जाट से दो बार विधायक रह चुके हैं। विधायक से पहले ये दो बार काउंसलर भी रहे थे।
हिन्दू मुस्लिम नहीं चला तो जाट बनाम अन्य करके बांटा
शौकीन ने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा सभी को साथ लेकर चली है। वहीं बीजेपी ने हमेशा जाटों के विरुद्ध काम किया है। चाहे किसान आंदोलन हो, चाहे पहलवानों का मुद्दा हो या फिर हरियाणा में चुनाव हों। अगर आप हरियाणा का चुनाव देखेंगें तो बीजेपी ने उसे जाट बनाम अन्य कर दिया था। इस तरह उन्होंने चुनाव जीतने और हमारे समाज को बांटने का काम किया है। क्योंकि वहां हिन्दू मुस्लिम नहीं चलता था तो इन लोगों ने जाट बन अन्य करके बांटने का काम किया।
कैलाश गहलोत के सवाल पर मनीष की प्रतिक्रिया
कैलाश गहलोत के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये कैलाश जी के ऊपर है। वो एक लंबे समय तक हम लोगों के साथ रहे हैं। ये बहुत गरिमापूर्ण साथ रहा। वो अपनी उसी गरिमा को बनाए रखते हुए भाजपा के साथ काम करना चाहते हैं तो इसमें हम क्या कर सकते हैं। यह उनकी इच्छा है। मनीष सिसोदिया ने मुस्कुराते हुए कहा कि वो कहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं और किस पार्टी में रहना चाहते हैं। ये सबकी अपनी इच्छा है।