दिल्ली की हवा फिर 'दमघोंटू', 3 इलाकों में AQI 400 पार, लोग बोले- महसूस हो रही घुटन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा फिर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। खासकर दिल्ली के तीन इलाकों में AQI 400 को पार कर गया है। विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट…
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा एकबार फिर 'दमघोंटू' हो गई है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, रविवार शाम को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 356 रिकॉर्ड किया गया। इसे बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। बीते 24 घंटे के भीतर ही AQI में 101 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शनिवार को यह 255 पर रहा था। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण से अब उन्हें 'घुटन' सी महसूस हो रही है।
दरअसल, बीते तीन दिनों के दौरान हवा की रफ्तार 16 से 18 किलोमीटर प्रति घंटे रही। इसके चलते AQI के आंकड़ों में कुछ गिरावट दर्ज की गई थी। रविवार को हवा की स्पीड आठ किलोमीटर प्रति घंटे या उससे नीचे दर्ज की गई। इससे प्रदूषण से मिली मामूली राहत भी अब खत्म होती नजर आ रही है। आलम यह है कि दिल्ली के आसमान पर छाई प्रदूषण की परत साफ दिखने लगी है। दिल्ली में रविवार को तड़के धुंध की मोटी परत नजर आई। इससे दृश्यता भी कम हो गई थी।
दिल्ली के तीन इलाके ऐसे हैं जहां का सूचकांक 400 को पार कर गया है। रविवार को दिल्ली के बवाना में एक्यूआई 415, बुराड़ी क्रासिंग में 410 और जहांगीरपुरी में 407 गंभीर श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया। वहीं आनंद विहार इलाके में यह 396 अंक रिकॉर्ड किया गया। सुबह सात बजे आनंद विहार क्षेत्र में एक्यूआई 405 दर्ज किया गया था।
ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और नोएडा में भी AQI ‘बहुत खराब’ जबकि फरीदाबाद और गुरुग्राम में ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। सीपीसीबी के अनुसार, रविवार को दिल्ली में प्रमुख प्रदूषक पीएम 10 और पीएम 2.5 थे। रविवार शाम को पांच बजे पीएम 2.5 का स्तर 110.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। पीएम 2.5 वो सूक्ष्म कण हैं जो श्वसन तंत्र में प्रवेश कर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा करते हैं।
दिल्ली आए विजिटर हिमांशु ने कहा कि प्रदूषण से घुटन महसूस हो रही है। सरकार को प्रदूषण को कम करने के लिए उपायों पर विचार करना चाहिए। वहीं एक अन्य साइकिल चालक ने कहा कि हम दिल्ली से हैं। हम (साइकिल चालक समूह) रोजाना यहां साइकिल चलाते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से हमें बहुत परेशानी हो रही है। हम ठीक से सांस नहीं ले पा रहे हैं। प्रदूषण के कारण हम जल्दी थक जाते हैं। हमें मुंह पर पट्टी बांधना पड़ता है लेकिन कुछ भी काम नहीं कर रहा है।